यमुनानगर में छत से निकल रहा ‘दूध’, बर्तन लेकर भरने लगे आस- पास के लोग
यमुनानगर :- हरियाणा के यमुनानगर के छिछोरोली क्षेत्र में गांव तिहमों में अचानक से लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई. भीड़ एकत्रित होने का कारण यह था कि यहां एक मकान की छत से दूध जैसा कोई सफेद तरल पदार्थ टपक रहा है. ग्राम वासियों का कहना है कि यह तरल पदार्थ रखने पर मीठा है तथा इसका स्वाद एकदम दूध जैसा है. यह कैसे हुआ? इसका अभी कोई पता नहीं चल पाया है. परंतु, ग्रामीण यहां बर्तन लेकर इस दूध को लेने के लिए पहुंच गए.
घर की छत से टपका दूध
ग्रामवासियों के अनुसार मंगलवार सुबह तिहमों गांव निवासी रुल्दाराम के मकान की छत से अचानक दूध जैसा कोई तरल पदार्थ टपकने लगा. घर के पास ही खड़े शीशपाल ने बताया कि सुबह वह गली में खड़ा था तथा साथ ही एक गाय की बछिया भी बंधी हुई थी. वह बछिया बार – बार सिर हिला रही थी. जैसे ही शीशपाल ने बछिया के सिर पर हाथ फेरा तो उसे बछिया के सिर पर पानी की बूंदें गिरने का एहसास हुआ. उसने तुरंत छत की तरफ देखा तो शीशपाल को दूध जैसा सफेद रंग का तरल पदार्थ टपकता दिखाई दिया.
चखने में दूध जैसा मीठा
शीशपाल ने बताया कि जब उसने तरल पदार्थ को हाथ पर लेकर उसे चखा तो उसका Taste बिल्कुल दूध जैसा मीठा था. उसने मकान मालिक को आवाज लगाई. रुल्दाराम के परिजनों ने छत से टपकते पदार्थ को बर्तन में इकट्ठा करना शुरू कर दिया. इसके बाद धीरे – धीरे आस पड़ोस के सभी लोग जमा होना शुरू हो गए.आप ये लेख KhabriExpress.in पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है मुझे कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.
बर्तन लेकर दौड़े लोग
छत से टपकते सफेद रंग के तरल पदार्थ को जसविंदर सिंह ने चखा तो उसका स्वाद बिल्कुल दूध जैसा मीठा लगा. रहस्यमई तरीके से छत से दूध टपकने की घटना जैसे ही गांव में फैली तो आसपास के लोग इकट्ठा होना शुरू हो गए. Social Media पर इसके Video Share किए गए. सभी लोग बर्तन लेकर इस दूध जैसे पदार्थ को देखने के लिए दौड़े.
सुखी छत से दूध जैसा तरल पदार्थ गिर रहा
पंचायत मेंबर अवतार सिंह ने बताया कि वह भी घटना के बारे में सुनकर दंग रह गए.अवतार सिंह तुरंत मौके पर पहुंच गए तथा छत से टपकते सफेद दूधिया रंग के पदार्थ को देखा तथा उसका स्वाद चखा तो वह उन्हें बिल्कुल दूध जैसा मीठा लगा. अवतार सिंह ने बताया कि जब उन्होंने छत पर जाकर जांच की तो पाया कि वह छत लेंटर की बिल्कुल पक्की तथा सूखी हुई छत थी. उन्हें आसपास किसी प्रकार के पदार्थ के कोई लक्षण दिखाई नहीं दिए.