Chanakya Niti: प्यार के मामले में कभी असफल नहीं होते ऐसे पुरुष, क्या आप भी है इनमें शामिल
Chankya Niti :- आचार्य चाणक्य प्रतिभा के धनी थे और अनोखी बुद्धि के स्वामी थे. कूटनीतज्ञता और बुद्धि कौशल के चलते उन्होंने नंदवंश का सर्वनाश कर दिया तथा चंद्रगुप्त मौर्य को सम्राट बनने में उन्हें मार्गदर्शन दिया. मौर्य साम्राज्य को स्थापित करने में आचार्य चाणक्य का बड़ा योगदान माना जाता है. आचार्य चाणक्य को कौटिल्य व विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है. आचार्य ने Chankya Niti शास्त्र की भी रचना की है. आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में ऐसी बातों का जिक्र किया है जिन से मनुष्य सफलता प्राप्त कर सकता है.
Chankya Niti को अपनाकर हर कोई बदल सकता है अपना जीवन
Chankya Niti का पालन करके कोई भी मनुष्य अपने जीवन को संभाल सकता है. चाणक्य द्वारा बताई गई बातों का अपने जीवन में अमल करके आप भी अपने जीवन को सुखद व समृद्ध बना सकते हैं. आचार्य ने अपनी नीतियों में मनुष्य जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में व्याख्या की है. आचार्य चाणक्य ने ऐसे पुरुषों के बारे में भी कहा है जो प्यार के मामले में हमेशा सफल होते हैं. चाणक्य ने अपनी नीतियों में ऐसे पुरुष के बारे में भी बताया है जो प्रेम और विवाह संबंधों में हमेशा सफलता प्राप्त करते हैं.
वैवाहिक जीवन में नहीं होती कोई समस्या
आचार्य चाणक्य कहते है कि जो मनुष्य हर महिला का सम्मान करता है तथा जो अपनी पत्नी, प्रेमिका और मां को कभी अपमानित नहीं करता, ऐसा पुरुष कभी भी अपने जीवन मे असफल नहीं होता. आचार्य चाणक्य के मुताबिक, ऐसा व्यक्ति प्रेम और रिश्तों का अर्थ जानता है. ऐसे लोगों के वैवाहिक जीवन में कभी भी कोई परेशानी नहीं आती और प्रेम संबंध भी असफल नहीं होता. आप ये लेख KhabriExpress.in पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है मुझे कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.
पराई स्त्री की तरफ कभी नहीं होता आकर्षित
आचार्य चाणक्य की नीतियों के मुताबिक जो पुरुष पराई स्त्री पर नजर नहीं रखता वह सर्वोपरि है. पुरुष में इस गुण का वास होना बहुत जरूरी है. ऐसे पुरुष के संबंधों में कभी कोई बाधा नहीं आती. जो व्यक्ति अपनी प्रेमिका या पत्नी के अतिरिक्त किसी भी अन्य स्त्री को वासना की नजर से नहीं देखता, किसी भी पराई स्त्री के के लिए आकर्षित नहीं होता वह अपने संबंध को बचाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करता है.
दोनों लोगों के बीच हो विश्वास
किसी भी रिश्ते में विश्वास को सर्वोपरि माना जाता है. यदि दो लोगों के बीच भरोसा नहीं है तो वह रिश्ता कभी भी नहीं टिक पाता. चाणक्य के अनुसार, अगर कोई पुरुष अपने साथी पर भरोसा नहीं करता, उसके चरित्र पर सवाल करता है तो ऐसा संबंध आगे नहीं बढ़ पाता. लेकिन, जो पुरुष अपने जीवनसाथी को उसके खुद के अनुसार जीने की स्वतंत्रता देते हैं और अपने रिश्ते को सच्चे मन से निभाते हैं वह प्यार में कभी धोखा नहीं खाते. ऐसे लोग हमेशा सफलता प्राप्त करते हैं.
बराबर के व्यक्ति से करें प्रेम
कहते हैं की प्यार किसी से भी हो जाता है. इसमें अमीरी गरीबी कोई मायने नहीं रखती. प्यार तो जब और जिससे होना होता है बस हो जाता है. परन्तु आचार्य चाणक्य के अनुसार, प्यार अपने बराबरी वाले इंसान से ही करना चाहिए. अपने साथी को कभी यह महसूस नहीं करवाना चाहिए कि वह किसी भी मामले में आप से नीचे है. इसीलिए आचार्य चाणक्य का कहना है कि प्रेम हमेशा बराबरी के लोगों से ही करना चाहिए.