Indian Railways: भारतीय रेलवे में सफर को लेकर बदले नियम, अब सिर्फ यही लोग कर पाएंगे ट्रेन में सफर
नई दिल्ली, Indian Railways :- यदि आप भी इंडियन रेलवे में सफर करते हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. आज की यह खबर सुनकर आप काफी खुश होने वाले हैं. Train में यात्रा करने वाले लोगों को अब बड़ा फायदा मिलने वाला है. बता दे कि Railway की तरफ से यात्रियों के सफर को आसान बनाने के लिए एक अहम फैसला लिया गया है. रेलवे की तरफ से इस बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि मेल और एक्सप्रेस ट्रेन में दिव्यांग लोगों को लोअर बर्थ देने का फैसला लिया गया है.
रेलवे ने दिया बुजुर्गों को बड़ा तोहफा
इसके साथ ही Railway की तरफ से बुजुर्गों और महिलाओं के लिए लोअर बर्थ की सुविधा शुरू कर दी गई है. बता दें कि रेलवे की तरफ से 31 मार्च को ट्वीट कर इस बारे में जानकारी साझा कर दी गई थी. Railway की तरफ से जारी किए गए आदेशों में जानकारी दी गई कि स्लीपर क्लास में 4 सीट, AC3 डिब्बे में 2 सीट(एक निचली और एक मध्यम सीट) , AC3 डिब्बे में 2 सीट (इकोनामी) दिव्यांग लोगों को और उनके परिचालकों के लिए रिजर्व की जाएगी. आप ये लेख KhabriExpress.in पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है मुझे कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.
इन लोगों को मिलेगा Update का फायदा
इसके साथ ही Railway Board की तरफ से जानकारी देते हुए बताया गया कि गरीब रथ ट्रेन में दिव्यांगों के लिए दो लोअर बर्थ और दो ऊपर की सीट रिजर्व रखने का प्रावधान भी किया गया है. हालांकि इस सुविधा के लिए इन लोगों को पूरे किराये का ही भुगतान करना होगा. वही AC चेयर कार ट्रेन में भी 2 सीट दिव्यांग लोगों के लिए आरक्षित रहेगी. रेलवे की ओर से शेयर की गई जानकारी के अनुसार सीनियर सिटीजन में 45 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं और गर्भवती महिलाओं को स्लीपर कैटेगरी में 6 लोअर बर्थ रिजर्व है.
क्या है लोअर बर्थ
भारतीय रेलवे की तरफ से लोअर सीट को बुजुर्गों को ही रेफर किया जाता है, क्योंकि अपर या मिडिल बर्थ में उन्हें चढ़ने या उतरने में परेशानी होती. लोअर बर्थ सबसे आरामदायक होती है. आपको अपना भोजन करने, अपना लैपटॉप रखने, अपना बैग आदि रखने के लिए एक अतिरिक्त टेबल मिलती है.