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Nitu Ghanghas Biography in Hindi: लड़कों की पिटाई कर बनी बॉक्सर, ऐसा रहा दो कमरों के घर से वर्ल्ड चैंपियन बनने में नीतू घणघस का संघर्ष भरा सफर

भिवानी :- हरियाणा की मशहूर बॉक्सर नीतू घणघस का संबंध भिवानी के धनाना गांव से है. 22 साल की नीतू ने अभी हाल ही में हुई वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है. ऐसा करके Nitu Ghanghas ने हरियाणा, अपने माता-पिता तथा भारत का नाम पूरी दुनिया में चमका दिया है. नीतू के जीवन में एक समय ऐसा आया ज़ब वो बॉक्सिंग छोड़ना चाहती थी पर पिता ने उन्हें हौसला दिया और नीतू World Champion बनी. आइये आपको Nitu Ghanghas के बारे में बताते है कि वर्ल्ड चैंपियन बनने तक का सफर कैसा रहा.

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Nitu Ghanghas

2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में जीता गोल्ड मेडल

Nitu Ghanghas एक सामान्य परिवार से हैं. उनके पिता जयभगवान विधानसभा में बिल मैसेंजर के रूप में कार्यरत है. हरियाणा के भिवानी के गांव धनाना में रहने वाली नीतू (Nitu Ghanghas Address) ने 2012 में अपना बॉक्सिंग करियर की शुरुआत की परंतु दो साल तक वह कोई पदक अपने नाम नहीं कर पाई. इसके बाद वह हताश हो गईं और उन्होंने Boxing छोड़ने का मन बना लिया. हालांकि, पिता ने उनका हौंसला बढ़ाया और मेहनत जारी रखने को कहा. इसी के बदौलत नीतू ने दमदार वापसी की. नीतू ने 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में Gold Medal जीता.

लड़कों की करती थी पिटाई इसीलिए बना दिया Boxer 

अपनी बेटी का जिक्र आते ही नीतू के पिता कहते हैं कि वह स्कूल में लड़कों को पीट दिया करती थी. जिस बस से स्कूल जाती, उसमें रोज लड़कों को पीटा करती थी. लड़के रोते हुए हमारे घर आते और इसकी मां से शिकायत लगाते. इसीलिए मैंने तो तंग आकर इसे बॉक्सर बना दिया.

Nitu Ghanghas Biography in Hindi

नीतू के वर्ल्ड चैंपियन बनने का सफर इनके माता-पिता के लिए भी आसान नहीं था. नीतू के यहाँ घर के नाम पर सिर्फ दो कमरे हैं. जब इनके पिता ने अपनी बेटी के अभ्यास के लिए नौकरी से Unpaid Leave ली तो इन्हें सस्पेंड कर दिया गया. आप ये लेख KhabriExpress.in पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है मुझे कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.

या माहरी छोरी है जो सोना लाई है

मां ने भी रिश्तेदारों और आस-पड़ोस के लोगों के खूब ताने सुने. लोग कहते थे कि यदि यह इसी प्रकार मार पिटाई के खेल खेलती रही तो इसे शादी कौन करेगा. लेकिन अब सबको अपने जवाब मिल चुके हैं. नीतू के माता-पिता भी बेहद खुश हैं. नीतू का कहना है कि वह जीते हुए पैसों से पहले उधार चुकाएंगी . नीतू कहती है कि अब वो लोगों के लिए ‘म्हारी छोरी’ हैं, जो ‘सोणा’ लेकर आई है. नीतू घणघस ने अपने दमदार Attack से अनुभवी भारतीय मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम को भी लड़खड़ाने पर मजबूर कर दिया था.

5 – 0 से जीता मुकाबला 

रिंग में मैच के दौरान मैरीकॉम को घुटने में चोट लगने के बाद राष्ट्रमंडल खेलों के 48 किग्रा के Trail के बीच में ही हटना पड़ा था. 6 बार की विश्व चैंपियन मैरीकॉम को सेमीफाइनल के पहले राउंड में ही नीतू ने धूल चटा दी थी. हाल ही में 15 से 26 मार्च तक दिल्ली के इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में IBA विमेंस वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप आयोजित हुई. 25 मार्च को 22 साल की नीतू ने मंगोलिया की लुत्साइखान अल्तांत्सेत्सेग को हराकर 48 किलो वेट कैटेगरी में गोल्ड मेडल भारत की झोली में डाला. नीतू ने इस मुकाबले को 5- 0 से जीता.

Author Deepika Bhardwaj

नमस्कार मेरा नाम दीपिका भारद्वाज है. मैं 2022 से खबरी एक्सप्रेस पर कंटेंट राइटर के रूप में काम कर रही हूं. मैंने कॉमर्स में मास्टर डिग्री की है. मेरा उद्देश्य है कि हरियाणा की प्रत्येक न्यूज़ आप लोगों तक जल्द से जल्द पहुंच जाए. मैं हमेशा प्रयास करती हूं कि खबर को सरल शब्दों में लिखूँ ताकि पाठकों को इसे समझने में कोई भी परेशानी न हो और उन्हें पूरी जानकारी प्राप्त हो. विशेषकर मैं जॉब से संबंधित खबरें आप लोगों तक पहुंचाती हूँ जिससे रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं.

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