Bewafa Chae Wala: नाकाम मोहब्बत से कामयाब बिजनेस तक, जाने कैसे कोचिंग स्टूडेंट्स की पहली पसंद बना ‘बेवफा चायवाला’
कोटा, Bewafa Chae Wala :- आज देश में बेरोजगारी इतनी बढ़ गई है कि पढ़े- लिखे सक्षम होने के बाद भी युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है. बेरोजगारी की मार सह रहे युवा अपने Business के नाम पर आजकल खाने- पीने की चीजों की Stall खोल रहे हैं. इतना ही नहीं अपनी स्टॉल को आकर्षक बनाने के लिए वह अपनी Personal Life की कहानियां सामने ला रहे हैं. आज हम आपको जिस युवक की कहानी बता रहे हैं, वह उत्तर प्रदेश का रहने वाले हैं. आपको बता दें कि इन दिनों इस युवक की दुकान ‘बेवफा चायवाला’ के नाम से कोटा कोचिंग सिटी में बहुत चर्चित है.
कैसे बना शिवम ‘Bewafa Chae Wala’
जानकारी के लिए आपको बता दें कि कोटा के कोचिंग Area में शिवम सिंह चौहान ने यह चाय की दुकान अपने भाई के साथ शुरू की थी. समय बीतने के साथ- साथ यह दुकान धीरे- धीरे Students के बीच बहुत Popular हो गई. शिवम ने बताया कि कुछ साल पहले उनकी गर्लफ्रेंड की शादी हो गई थी और उनके Business में भी घाटा चल रहा था. इसके साथ ही उनके Cousin Brother को भी प्यार में धोखा मिला था. धोखा खाए दोनों भाइयों ने कोटा में अपने Business की शुरुआत की. उन्होंने अपनी चाय की दुकान का नाम बेवफा चाय रखा. इनकी कहानी एक तरफ परंतु इनकी चाय का स्वाद इतना बेहतर है कि केवल Students ही नहीं पूरे कोटा के लोग यहां चाय पीने आते हैं. आपको बता दें कि यह चाय 24 तरह के मसालों से तैयार होती है. यहाँ आपको बेवफा चाय 10 रूपये से लेकर 500 रूपये तक भी मिलती है. Bewafa Chae Wala ने इतने कम समय में बहुत बड़ा नाम कमा लिया है.
चाय कॉफी के नाम है बड़े Interesting
जानकारी के लिए आपको बता दें कि बेवफा चाय की दुकान पर लगा Banner यहां Customers को Attract करता है. इस बैनर पर लिखा हुआ है चाय की अलग- अलग Variety – सिर दर्द वाली चाय, सुकून वाली चाय, थकान फ्री वाली चाय, डिप्रेशन फ्री वाली चाय, करंट वाली चाय, बेवफा के आंसू वाली चाय, बेवफा के दर्द वाली चाय, दिलखुश चाय दोस्तों वाली चाय आदि. इसके आलावा यहां बदनाम Coffee तथा वफा वाली लिखी थी बहुत Famous है. आप ये लेख KhabriExpress.in पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है मुझे कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.
स्टूडेंट ही नहीं कोचिंग फैकेल्टी को भी पसंद है ‘बेवफा चाय’
शिवम ने स्वयं बताया कि स्टूडेंट्स आकर यहां कहते हैं कि सिर दर्द वाली चाय पिलाओ या फिर सकून वाली चाय पिलाओ. सिर दर्द वाली चाय को जड़ी बूटियां तथा मसालों से बनाया जाता है ताकि पीने वाला Relax महसूस कर सके. जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस दुकान पर सुबह से शाम तक 125 किलो से लेकर 150 किलो तक दूध की खपत हो जाती है. बेवफा चाय केवल कोचिंग Students को ही नहीं अपितु कोचिंग की Facility तथा Staff को भी बहुत अधिक पसंद है. पूरी कोटा के लोग बेवफा चाय पीने यहां आते हैं.