Haryana Weather: मौसम विभाग की चेतावनी के बाद भी नहीं खुली प्रशासन की नींद, हरियाणा मे बारिश की भेंट चढ़ा लाखों क्विंटल गेहूं
कुरुक्षेत्र, Haryana Weather :- मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के द्वारा पहले ही चेतावनी दी गई थी कि बुधवार को मौसम खराब रहेगा. राज्य के कुछ क्षेत्रों में बारिश आने की भी संभावना बताई गई थी. इसके बावजूद भी Haryana में कुरुक्षेत्र प्रशासन अपनी नींद से नहीं जागा. प्रशासन की लापरवाही के कारण अनाज मंडियों में पहुंचा गेहूं बारिश की बली चढ़ गया. जानकारी के लिए आपको बता दें कि पूरे जिले में लाखों क्विंटल गेहूं भीग गया तथा अकेले थानेसर में ही अनाज मंडी में हजारों कट्टे गेहूं बारिश के पानी में भीग गया. अनाज की ऐसी हालत देखकर किसान व आढ़ती दोनों ही चिंतित हैं. आपको बता दें कि Weather Department द्वारा अगले तीन- चार दिन तक भी मौसम खराब रहने की संभावना बताई गई है.
थानेश्वर में सबसे अधिक बारिश का प्रभाव
आपको बता दें कि बारिश का सबसे ज्यादा प्रभाव थानेसर क्षेत्र में देखने को मिला है. थानेसर अनाज मंडी में हजारों गेहूं के कट्टे बारिश के पानी में भीग गए. हालांकि बारिश थोड़े समय बाद ही रुक गई थी, परंतु अभी भी मौसम विभाग के द्वारा मौसम खराब रहने की चेतावनी दी गई है. बारिश की वजह से मंडियों में गेहूं की खरीद भी अचानक रुक गई है, इससे किसान बेहद चिंतित हैं.
थानेसर मंडी में पड़ा 5 लाख क्विंटल गेहूं
मंगलवार तक थानेसर अनाज मंडी में 10 लाख क्विंटल से ज्यादा गेहूं की आवक हो चुकी है. इसके साथ ही आपको बता दें कि अभी तक एजेंसिया 7 लाख 47000 क्विंटल गेहूं की खरीद कर पाई है. हालांकि, यह सारा अनाज एजेंसी द्वारा अभी उठाया नहीं गया है. अभी तक एजेंसी ने केवल 2 लाख 70 हजार क्विंटल गेहूं को ही उठाया है. थानेश्वर मंडी में अभी 5 लाख क्विंटल से ज्यादा गेहूं उठान के लिए पड़ा है. आप ये लेख KhabriExpress.in पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है मुझे कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.
खुले आसमान के नीचे पड़ा किसानो का गेहूं
आपको बता दें कि थानेसर अनाज मंडी में अधिकतर गेहूं खुले आसमान के नीचे पड़ा है. जब बारिश आई तो आढ़तियों ने गेहूं को कट्टे बोरियों से ढकने का प्रयत्न किया, परंतु अधिकतर गेहूं बारिश में भीगता रहा. जानकारी के लिए आपको बता दें कि मंडी में सफाई व्यवस्था ना होने के कारण वहां पानी भर गया. जिससे हजारों कट्टे गेहूं भीग गया.
कच्ची जमीन पर पड़ा किसानों का गेहूं
Kurukshetra मंडी में 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद Start की गई थी तथा 5 अप्रैल के बाद गेहूं की आवक में काफी तेजी आई थी. आपको बता दें कि 12 अप्रैल से गेहूं के उठान का कार्य शुरू किया जाना था, परंतु समय से उठान होने के कारण मंडिया जाम हो चुकी है. आपको बता दें कि थानेसर मंडी में सारा गेहूं रखने की जगह न होने के कारण ब्रह्मसरोवर के आसपास अस्थाई मंडिया बनानी पड़ी है. इससे किसान कच्ची जमीन पर अपना गेहूं डालने के लिए मजबूर हैं.
सोया रहा प्रशासन
किसान तथा आहड़ती जिला उपायुक्त से लेकर मंडलायुक्त व अन्य उच्च अधिकारियों के सामने उठान तेजी से कराने की मांग कर रहे हैं. परंतु सभी अधिकारियो ने केवल उन्हें दिलासा दिया परन्तु अभी तक उठान का कार्य शुरू नहीं किया गया है. किसान तथा आहड़तियों का कहना है कि यदि समय पर प्रशासन जाग जाता तो बारिश में इतना गेहूं भीगने से बच जाता. अभी अगले 4 दिन तक मौसम खराब रहने के आसार बताए जा रहे हैं. किसान सवाल कर रहे हैं कि इस नुकसान का जिम्मेदार कौन होगा?
अभी नहीं हुआ नुकसान -सचिव
जानकारी के लिए आपको बता दे कि Market सचिव हरजीत सिंह का कहना है कि आज बारिश हल्की ही रही है और अभी तक नुकसान नहीं हुआ है. यदि बारिश आगे भी हुई तो नुकसान होने की संभावना है. इसलिए पानी में डूबे कट्टो को हटा दिया जाएगा.