नरवाना की आम जनता को बड़ा तोहफा, 1984 में बने Bus Stand का होगा जीर्णोद्धार
जींद :- शहर में बने बस स्टैंड की हालत काफी खस्ता हो चुकी है, जिस वजह से Bus Stand की बिल्डिंग की Repairing आदि पर 2900000 रुपए की राशि खर्च की जाएगी. बता दे कि इस राशि का एस्टीमेट बनाकर विभाग द्वारा मुख्यालय भेज दिया गया है. मौजूदा समय में Bus Stand की Building अब काफी जर्जर हालत में है, इस वजह से कोई बड़ा हादसा होने का खतरा भी बना रहता है. रोजाना हजारों की संख्या में बस स्टैंड पर यात्रियों का आवागमन होता है.
कई सालों के बाद अब होगा इस बस स्टैंड का सुधार
बरसात के दिनों में तो हालत और भी बुरी हो जाती है.बिल्डिंग की दीवारों व छतों में से हर समय पानी टपकता रहता है जिस वजह से हर किसी को डर लगा रहता है कि कहीं कोई बड़ा हादसा न हो जाए. अब इसके सुधार के लिए एस्टीमेट तैयार किया गया है. बिल्डिंग में छतों की हालत ज्यादा खराब है, इसी वजह से इन्हें पूरी तरह से बदला जाएगा. इस बस अड्डे का शिलान्यास 21 जुलाई 1981 को पूर्व में परिवहन मंत्री रहे जगन्नाथ एवं कृषि मंत्री रहे शमशेर सिंह सुरजेवाला ने किया था. उसके करीब 3 साल बाद बिल्डिंग को पूरी तरीके से तैयार किया गया और 20 जुलाई 1984 को पूर्व में सीएम रहे भजनलाल सिंचाई एवं बिजली मंत्री रहे शमशेर सिंह सुरजेवाला आदि ने इसका उद्घाटन किया था.
1984 के बाद से नहीं हुआ है कोई भी रिपेयरिंग का कार्य
1984 के बाद से इस बिल्डिंग में किसी प्रकार का कोई पैसा नहीं लगाया गया, जिस वजह से जब से लेकर अब तक इस बिल्डिंग की हालत काफी झज्जर बनी हुई है. वहां आने जाने वाले यात्रियों से बातचीत की गई, तो उन्होंने बताया कि बस स्टैंड पर रोजाना हजारों की तादाद में यात्री आते जाते रहते हैं. इस वजह से बस स्टैंड की बिल्डिंग अच्छी हालत में होनी चाहिए ताकि नरवाना बस स्टैंड पर लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े. यात्रियों का कहना है कि यह बिल्डिंग काफी पुरानी हो चुकी है, एक बार भी बिल्डिंग में सुधार के लिए किसी प्रकार का कोई भी कार्य नहीं करवाया गया है.
यात्रियों को मिलेगी सुविधा
अब अगर कार्य होता है तो उम्मीद है कि यात्रियों और विभाग के लोगों को कुछ अच्छी सुविधाएं मिल पाएगी. बिल्डिंग की मरम्मत को लेकर रोडवेज कर्मचारी यूनियन सदस्यों ने कई बार अधिकारियों को अवगत भी कराया था. Bus stand नरवाना की मूलभूत सुविधाओं के लिए महाप्रबंधक को लिखित में भी यूनियन द्वारा कई बार दिया जा चुका है, परंतु फिर भी अभी तक उनकी मांगों पर कोई गौर नहीं किया गया