NRI पोते ने पूरा किया अपने दादा का सपना, हेलीकॉप्टर से लाया दुल्हन
कुरुक्षेत्र :- कुरुक्षेत्र के समसपुर गांव में एक दादा का सपना था कि उनका पोता अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर में लेकर आए. आखिरकार दादा के इस सपने को NRI पौत्र ने पूरा कर दिखाया. दुल्हा जब Helicopter से दुल्हन लेकर अपने घर पहुंचा तो पूरा गांव उसे देखने के लिए दौड़ पड़ा. पूरे गांव में खुशी की लहर फैल गई.
हेलीकॉप्टर देखने पहुंचा सारा गांव
आपको बता दें कि प्रदीप गांव समसपुर का निवासी है और वीरवार को उसकी शादी थी. प्रदीप की बारात धुराला के पास गांव गोविंद माजरा गई थी. पहले से ही बनाई गई योजना के अनुसार सुबह बारात जाने के वक्त ही हेलीकॉप्टर गांव में आ गया तथा प्रदीप और उसके साथ पांच लोग हेलीकॉप्टर में सवार हो गए. इनमें प्रदीप के ताऊ फूल सिंह, रिश्ते में दादा फकीर चंद व परिवार के अन्य सदस्य शामिल रहे. प्रदीप अपनी दुल्हन स्नेहा को हेलीकॉप्टर में लेकर करीबन सवा तीन बजे वापस पहुंचा तो उसे देखने के लिए पूरा गांव इकट्ठा हो गया.
दादा का सपना पूरा करके पूरा परिवार बहुत खुश
हालांकि सुरक्षा को देखते पुलिस भी तैनात रही, लेकिन जैसे ही हेलीकॉप्टर उतरा तो कुछ ही पलों में ग्रामीण हेलीकॉप्टर के बेहद करीब आ गए. कोई हेलीकॉप्टर के साथ Selfie ले रहा था तो किसी ने इसकी फोटो व Video बनाएं. सिर पर सेहरा सजे प्रदीप कुमार ने बताया कि उनके दादा कुंदन राम का सपना था कि वह अपनी शादी में दुल्हन को हेलीकॉप्टर में लेकर आएं. हालांकि आज उनके दादा इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उनका यह सपना पूरा करने के बाद वह खुद और उनका पूरा परिवार बहुत खुश है.
माता पिता ने भी दिया पूरा सहयोग
दादा का सपना पूरा करने के लिए पिता गुलाब चंद व मां रेखा देवी ने भी पूरा साथ दिया. आपको बता दें कि प्रदीप कुमार लगभग 7 साल पहले पुर्तगाल चला गया था. कई साल से वह तथा माता-पिता भी डेनमार्क में स्थाई निवासी है. अपने दादा के सपने को साकार करने के लिए प्रदीप ने यहां आकर शादी रचाई. शादी के लिए प्रदीप और सारा परिवार 23 February को ही गांव आ गया था. प्रदीप की मां का भी कहना है कि उनका भी सपना था कि वह हेलीकॉप्टर में बैठेंगी उनके बेटे ने उनके सपने को भी पूरा कर दिया.
पूरे गांव में खुशी की लहर
प्रदीप के चाचा ऋषिपाल ने बताया कि इस गांव ही नहीं आसपास भी आज तक कोई अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर से लेकर नहीं लाया है. वहीं ऋषिपाल ने बताया कि उनका भतीजा प्रदीप अपने माता-पिता का इकलौता बेटा है और आज उसने दादा का सपना पूरा किया तो पूरा परिवार ही नहीं बल्कि पूरा गांव बहुत खुश है.