फास्टैग को लेकर वाहन चालकों के लिए आया नया नियम, अब इससे कम बैलेंस में Fastag होगा ब्लॉक
नई दिल्ली :- सड़को पर गुजरने वाले सभी चार पहिया वाहनों पर आपने फास्टैग लगा हुआ देखा होगा. अब देश भर में टोल टैक्स चुकाने के लिए फास्टैग का इस्तेमाल किया जाता है. इससे वक्त काफी बचता है. और टोल प्लाजाओं पर भीड़ भी नहीं लगती. लेकिन एक समय तक वाहनों को टोल प्लाजाओं पर गाड़ी रोक कर खुद से पैसे चुकाने होते थे. लेकिन अभी पूरी तरह बदल चुकी है. फास्टैग के आने से पूरी प्रक्रिया ऑटोमेटिक हो गई है. अब बैंक खाते से ही फास्टैग के पैसे कट जाते हैं. फास्टैग रेडियो-फ़्रीक्वेंसी आइडेंटिफ़िकेशन पर काम करता है. यह समान तौर पर गाड़ी की विंडी स्क्रीन पर चिपकाया जाता है. टोल प्लाजाओं पर लगे स्कैनर से इसे स्कैन किया जाता है. और इससे जुड़े खाते से पैसे कट जाते हैं.
इस्तेमाल को लेकर कुछ नियम
फास्टैग के इस्तेमाल को लेकर कुछ नियम बनाए गए है. जो सभी वाहन चालकों को मानने होते हैं. नहीं तो फिर परेशानी का सामना करना पड़ जाता है. हाल ही में फास्टैग को लेकर एक नियम बदला गया है. दरअसल अब फास्टैग को लेकर लो बैलेंस नियम जारी कर दिया गया है. जो कि 17 फरवरी 2025 से लागू हो चुका है. यानी अब आप फास्टैग में लो बैलेंस नहीं रख सकते. ऐसा करने पर आपका फास्टैग ब्लैकलिस्ट हो सकता है.
कम से कम 100 रुपये तक का बैलेंस रखना सही
अब कई लोगों के मन में सवाल आ रहा होगा कि लो बैलेंस से बचने के लिए कितना मिनिमम बैलेंस रखना होगा. तो आपको बता दें इसके लिए एक अमाउंट तय नहीं किया गया है. लेकिन फास्टैग में कम से कम 100 रुपये तक का बैलेंस रखना सही रहता है. इससे कम पर फास्टैग ब्लैकलिस्ट हो सकता है. फास्टैग में बैलेंस नहीं हुआ तो फिर टोल प्लाजा पर जाने पर आपको मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है. जो टोल शुल्क होगा. फास्टैग का इस्तेमाल न हो पाने के चलते आपको उस टोल शुल्क का डबल चार्ज देना होता है.