PM Kisan की 13वीं किस्त के बाद किसानों के खाते में फिर पहुंचे करोड़ों रुपये, चेक करें अकाउंट
नई दिल्ली :- 20 जुलाई 2020 को छत्तीसगढ़ में एक नई योजना चलाई गई थी, जिसका नाम गोधन न्याय योजना (Godhan Nyay Yojana) था. इस योजना के तहत गोबर को ₹2 किलो की दर से खरीदा जाता है. राज्य में 28 फरवरी 2023 तक गौठानों में 107.75 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की गई थी. इसके बदले में विक्रेता को लाखों रुपए दिए गए थे.
छत्तीसगढ़ में चलाई गई थी गोधन न्याय योजना
छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी आई है. पीएम किसान सम्मान निधि योजना की पहली किस्त के बाद अब उनके खाते में एक बार फिर से करोड़ों रुपए आएंगे. इस बार किसानों के खाते में गोधन न्याय योजना के तहत 7 करोड रुपए से भी ज्यादा की राशि ट्रांसफर की गई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार के दिन गोधन न्याय योजना के तहत गांव में जो पशु पालन कर रहे हैं और गौठानों से जुड़ी महिला समूह और समितियों के खाते में 7 करोड ₹400000 का ऑनलाइन भुगतान किया है.
₹2 प्रति किलो बिकेगा गोबर
छत्तीसगढ़ के जनसंपर्क से पता लगा है कि 26 जनवरी से 28 फरवरी तक गौठानों में पशुपालन ग्रामीण किसानों और भूमिहीनों से खरीदे गए 2 पॉइंट 1300000 क्विंटल गोबर के लिए 4 करोड 2500000 रुपए दिए गए हैं. इसी तरह गौठानों समितियों को भी 1 पॉइंट 65 करोड रुपए और महिला समूह को भी 1 पॉइंट 14 करोड रुपए की राशि दी गई है. वहीं CM भूपेश बघेल ने कहा है कि महीने की हर 5 से 15 तारीख के बीच किसानों के लिए कुछ खास होगा, क्योंकि इन दिनों में उन्हें गोधन न्याय योजना की राशि सीधे उनके खाते में दी जाएगी.
बिजली की कीमत होगी ₹9 प्रति Unit
सीएम भूपेश का कहना है कि अब हमारी सरकार स्वाबलंबी गौठानों को प्रोत्साहित करने के लिए गौठानों की संचालन समिति के अध्यक्ष और सदस्य को मानदेय देगी. उन्होंने ही साथ में यह भी कहा है कि अन्य गौठानों को भी स्वाबलंबी बनाने के निर्देश जारी किए गए हैं. सीएम का मानना है कि गोबर की सहायता से अब बिजली का निर्माण किया जाएगा. बस्तर के डोमरपाल में गोबर से बिजली बनाने के यंत्र को ग्रिड से सिंक्रोनाइज किया गया है. अब से गोबर से बनने वाली बिजली की कीमत केवल ₹9 प्रति यूनिट होगी.
215 करोड़ ₹50 लाख का किया भुगतान
गोधन न्याय योजना के तहत गोबर को खरीदने में स्वावलंबी गौठान निरंतर बढ़ती जा रही है. 16 फरवरी से 28 फरवरी के बीच गौठानों में कुल 2 पॉइंट 1300000 क्विंटल गोबर को खरीदा गया था, जिसके बदले में गोबर विक्रेताओं को 4 पॉइंट 25 करोड रुपए मिले थे. यह योजना छत्तीसगढ़ में 20 जुलाई 2020 में चलाई गई थी, जिसका नाम गोधन न्याय योजना (Godhan Nyay Yojana) रखा गया था. इस योजना के तहत ₹2 प्रति किलो की दर से गोबर को खरीदा जाता है. 28 फरवरी 2023 तक गौठानों में 107.75 लाख क्विंटल गोबर खरीदा गया है. इसके बदले में गोबर विक्रेताओं को अब तक 215 करोड़ 50 लाख का भुगतान किया जा चुका है.