Kaithal News: स्टेट लेवल पर जीता गोल्ड मेडल पर एक चोट ने बदल दी जिंदगी, अब रेहड़ी लगाकर हेल्दी जूस बेच रही हरियाणा की बेटी शीलू
कैथल :- जब व्यक्ति को जिंदगी में निराशा हाथ लगती है, तो व्यक्ति अंदर से टूट जाता है. इस दौरान उसे कुछ समझ नहीं आता कि क्या सही है और क्या गलत. जिस वजह से व्यक्ति किसी ना किसी चीज की लत का आदी हो जाता है ऐसा ही कुछ हरियाणा के Hisar की रहने वाली शीलू के साथ हुआ है. एक समय ऐसा भी था जब शीलू बॉक्सिंग खेलती थी और उन्होंने स्टेट लेवल की प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता था. उसके बाद शीलू के पांव में इंजरी हो गई जिस वजह से उन्हें अपना गेम छोड़ना पड़ा.
जिंदगी में हर बार नहीं मिलती मनचाही सफलता
जिंदगी से निराश होकर शीलू ने घर पर रहना शुरू कर दिया और घर रहते- रहते आदतें बिगड़ी और मोबाइल की लत का शिकार हो गई. वह रात के 2- 3 बजे तक मोबाइल देखती और उसके बाद सुबह 11- 12 बजे उठती, जो उसका Daily का रूटीन बन गया और इस प्रकार वह बुरी आदतों की शिकार होती चली गई. उसके घर वाले भी टोकते रहते थे, जिसकी वजह से शीलू को बुरा लगता था. उसके बाद शीलू ने मोबाइल की लत को अलविदा कहने के लिए Social Media से ज्ञान प्राप्त किया और हर्बल जूस का काम शुरू कर दिया.
5:00 से 9:00 बजे तक बेचती है ग्रीन जूस
इस विषय में शीलू ने अपने घरवालों से भी बातचीत की उन्होंने कहा कि तू नहीं कर सकती, क्योंकि तू उठती 12:00 बजे है. इसके लिए सुबह 4:00 उठना पड़ता है. शीलू ने अपने मामा को कहा कि उन्होंने यह काम शुरू करवाया. शीलू अब कैथल में एक पार्क के सामने हर्बल ग्रीन जूस का स्टॉल चलाती है. शीलू सुबह 4:00 बजे उठती है और लोगों के हेल्दी जूस के लिए Fruit व जड़ी बूटियां लाती है. सुबह 5:00 बजे से लेकर 9:00 बजे तक जूस बेचती है.
जूस में मिली बॉक्सिंग वाली संतुष्टि
अब शीलू मोबाइल की बुरी लत को भी अलविदा कह चुकी है और साथ में इंजरी की वजह से बॉक्सिंग में नाकामी और निराशा मिली थी उससे भी अब वह बाहर आ चुकी है. अब बीमार लोगों को हेल्दी जूस पिलाकर उनकी दुआएं ले रही है, जो जीवन में उन्हें संतुष्टि चाहिए थी. अब वह उन्हें इस काम से मिल रही है. जब लोगों से इस बारे में बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा कि यह लड़की तो एक मिसाल है. इसे हैल्थी जूस का अच्छा ज्ञान है. इसकी स्टॉल पर कई डॉक्टर भी पहुंचे, जिन्होंने कहा कि नेचर के साथ जुड़ने पर निश्चित रूप से फायदा होता है.