Anjvi Singh Hooda: अभिनेत्री अंजवीं हुड्डा के परिवार ने पेश की मिसाल, भात भरने के लिए शादी मे पहुंचीं चार मौसी
रोहतक, Anjvi Singh Hooda :- प्राचीन काल से ही हमारे देश में भांजा या भांजी की शादी के दौरान मामा भात लेकर अपनी बहन के घर आता है. यह परंपरा हमारे देश में सदियों से चली आ रही है. वही जब किसी बहन का भाई ना हो तो समाज में इसे हीन दृष्टि से देखा जाता है. हरियाणा के Rohtak जिले के गांव किलोई निवासी अभिनेत्री अंजवी हुड्डा के परिवार ने समाज में एक नई मिसाल प्रस्तुत की है. अंजवी हुड़्डा एक मशहूर अभिनेत्री है, जिसे कई अवार्ड से सम्मानित भी किया जा चुका है. 22 अप्रैल को अंजवी हुड़्डा की शादी होनी Fix हुई है.
देहरादून में होंगी शादी सम्पूर्ण
22 अप्रैल को देहरादून में अभिनेत्री अंजवी हुड्डा की शादी समारोह का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. अंजवी हुड़्डा का कोई मामा नहीं है, जिस वजह से उसकी माता भात प्रोग्राम को लेकर काफी Tension में थी. प्राचीन परंपराओं के अनुसार भात होने वाली दुल्हन का मामा लेकर आता है. परंतु अंजवी हुड्डा का कोई मामा ना होने के कारण इस परंपरा को पूरी करने के लिए अंजवी की 4 मौसिया भात भरने के लिए पहुंची. यह किस्सा काफी गर्व महसूस करवाने वाला है.
बेस्ट एक्टर्स के अवार्ड से नवाजा गया अंजवी हुड़्डा को
हरियाणा के किलोई गांव की मशहूर अभिनेत्री अंजवी हुड्डा को हाल ही में बेस्ट Actress के अवार्ड से नवाजा गया है. अभिनेत्री ने Stage App पर हरियाणवी वेब सीरीज ‘ओपरी पराई’ में बेहतरीन प्रदर्शन किया. जिस वजह से अभिनेत्री काफी चर्चाओं में आ गई. इन्होने सभी रीति- रिवाजों को निभाते हुए शादी को संपूर्ण करने का फैसला लिया. जिसके चलते अंजवी की माता नीलम के भाइयों की बजाय बहने भात लेकर पहुंची. आप ये लेख KhabriExpress.in पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है मुझे कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.
चार बहनों ने मिलकर भरा भारत
हरियाणा की मशहूर अभिनेत्री अंजवीं हुड़्डा की शादी होने जा रही है. जिसके चलते रीति रिवाजों के अनुसार भात कार्यक्रम आयोजित किया जाना था. अंजवी की मां नीलम का कोई भाई ना होने के कारण उसकी 4 बहने सीमा, सुमन, सुनील और भमले भात की रस्म पूरी करने पहुंची. अभिनेत्री की 22 April 2023 को दीपक दहिया के साथ देहरादून में शादी होगी. दीपक दहिया ओलंपियन पहलवान साक्षी मलिक के कोच ईश्वर दहिया का बेटा है. चारों बहनों ने मिलकर भाई की जगह भात की सभी रीति- रिवाजों को पूरा किया.