Ayushman Bharat: आयुष्मान भारत योजना को लेकर सरकार सख्त, अब काटे जायेंगे इन लोगों के कार्ड
नई दिल्ली :- जैसा कि आप सभी जानते हैं केंद्र सरकार की तरफ से गरीब लोगों की सहायता के लिए एक योजना (Ayushman Bharat Scheme) चलाई गई है जिसका नाम है आयुष्मान कार्ड योजना. इस योजना के तहत हर परिवार को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा मिलता है. केन्द्र सरकार की यह स्कीम कैशलेस और पेपरलेस है, जिसमें 1,393 हेल्थ बेनिफिट पैकेज मिलते है.
10.75 करोड़ परिवारों को मिलेगा लाभ
सरकार की इस स्कीम में देश के 19,000 से ज्यादा अस्पताल और हेल्थ केयर इंस्टीट्यूट्स को शामिल किया गया है. करीब 10.74 करोड़ परिवारों को इसका लाभ मिलेगा. इस योजना का लाभ सभी को मिले इसके लिए नेशनल हेल्थ ऑथिरिटी (National Health Authority) ने एंटी फ्रॉड यूनिट (Anti Fraud Unit) का भी गठन किया है. यह फॉरेंसिंक टीम नई टेक्नोलॉजी जैसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उसे करके अस्पतालों पर नज़र रखती है. यह टीम अब तक फर्जीवाड़े में शामिल सैकड़ों अस्पतालों को जांच के बाद Show Cause नोटिस भी भेज चुकी है.
210 Hospitals के खिलाफ की गई कार्यवाही
इस टेक्नोलॉजी ने न मात्र फर्जीवाड़े का पता लगाया है, बल्कि 9.5 करोड़ रुपये की रिकवरी भी की है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस फर्जीवाड़े का पता चलते ही अवैध तरीके से बनाए गए लगभग 5.3 लाख आयुष्मान भारत कार्ड को Disable किया है. यही नहीं, इस फर्जीवाड़े में शामिल 210 अस्पतालों के विरुद्ध कार्रवाई भी हुई है. इन अस्पतालों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य स्कीम योजना के पैनल से बाहर कर दिया गया है. एक खबर के अनुसार आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मदद से Fraud का पता चलने के बाद नेशनल हेल्थ ऑथोरिटी (NHA) ने एक एंटी फ्रॉड ड्राइव चलाई.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से ली गई बड़ी सहायता
इस ड्राइव में आयुष्मान भारत स्कीम के तहत की गई लगभग 0.18 प्रतिशत अस्पताल भर्तियां फर्जी मिली. इसके बाद करीब 188 अतिरिक्त अस्पतालों को भी सस्पेंड किया गया और उनपर 20.17 करोड़ रुपये की Plenty लगाई गयी है. NHA ने इस रूटीन जांच में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की Help ली. नेशनल हेल्थ ऑथिरिटी के इस एआई टूल में ऐसे एल्गोरिदम का Use हुआ है, जो बड़ी मात्रा डेटा को एनालाइज कर सकता है और होने वाले संदिग्ध ट्रांजेक्शन और संस्थाओं की भी जानकारी देता है.