दिल्ली में वाहन चालकों के लिए बुरी खबर, पुलिस को ये गाड़ियां धड़ाधड़ जब्त करेने के आदेश

ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को दी जाएगी ट्रेनिंग
इसी कड़ी में ट्रैफिक पुलिस ने अब डीटीसी के साथ मिलकर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग देने की योजना बनाई है, ताकि ब्रेक डाउन हुई बसें ज्यादा समय तक सड़कों पर खड़ी न रहें। उन्हें जल्दी ठीक कर सड़क से हटाया जाए क्योंकि अक्सर देखा जाता है कि सड़कों पर बस ब्रेक डाउन होने की वजह से घंटों-घंटों जाम लग जाता है। एडिशनल सीपी ट्रैफिक सत्यवीर कटारा के मुताबिक, अनुमान है कि दिल्ली में हर दिन करीब 200 से 250 बसें ब्रेक डाउन होती हैं। इस कारण अलग-अलग इलाकों में बसों के ब्रेक डाउन के कारण जाम जैसी समस्या हो जाती है।
राहत मिलने की उम्मीद
डीटीसी के साथ मिलकर बनाया ब्रेक डाउन ग्रुप
सड़कों पर खराब बसों की समस्या को दूर करने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने डीटीसी के साथ मिलकर एक ब्रेक डाउन ग्रुप बनाया है। इस ग्रुप में ट्रैफिक पुलिस और डीटीसी के स्टाफ को जोड़ा गया है। ताकि अगर कोई बस का ब्रेक डाउन हो जाए तो तुरंत उसकी सूचना ग्रुप पर दी जाए और जल्द से जल्द बस को ठीक कर वहां से हटा दिया जाए ताकि जाम वाली नौबत न बन सके।
हर सर्किल में दो टीआई को दिया जाएगा प्रशिक्षण
बस ब्रेक डाउन की स्थिति से निपटने के लिए हर सर्किल में दो ट्रैफिक पुलिसकर्मी को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसका पहला बैच अगले सप्ताह से शुरू होना है। प्रशिक्षण ले चुके पुलिसकर्मी सड़कों पर खड़ी खराब बसों को हटाने और जाम की समस्या से निपटने में अहम भूमिका निभाएंगे।
अन्य एजेंसियों से भी ली जा रही मदद
सड़कों की स्थिति ठीक न होना भी जाम लगने का मुख्य कारण है। ऐसे में जहां-जहां सड़कों की स्थिति ठीक नहीं है उसे ठीक करने के लिए कई एजेंसियों के इंजीनियरों से मदद ली जा रही है। इन एजेंसियों में दिल्ली नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, दिल्ली मेट्रो, एनएचएआइ के इंजीनियर शामिल हैं।