Bageshwar Dham: बागेश्वर धाम में कैसे लगती है अर्जी, जाने क्या है अर्जी लगाने की पूरी प्रक्रिया
मध्य प्रदेश :- इन दिनों बागेश्वर धाम काफी चर्चा में बना हुआ है. लोगों की तरफ से उस पर तरह- तरह की प्रतिक्रिया दी जा रही है. जहां कुछ लोगों का मानना है कि यह अंधविश्वास है और कुछ भी नहीं है, वहीं अधिकतर लोगों का मानना है कि यहां आने के बाद बालाजी महाराज उनकी सारी समस्याओं का मिनटों में हल कर देते हैं. मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के ग्राम गढा में स्थित बागेश्वर धाम स्वयंभू हनुमान जी की दिव्यता के लिए देश-विदेश में प्रसिद्ध है, जो भी लोग यहां दर्शन करने के लिए आते हैं.
दूर-दूर से लोग बालाजी महाराज को बताने आते हैं अपनी समस्याए
उन्हें दर्शन भर से ही बालाजी महाराज की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त हो जाता है. जिस वजह से उनकी जीवन की सारी तकलीफे दूर हो जाती है. लोगों की मान्यता है कि बालाजी महाराज को अपनी समस्या बताने के लिए उन्हें एक अर्जी लगानी होती है.उसी के माध्यम से बालाजी महाराज उनकी समस्या सुन लेते हैं. धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज फिर बालाजी की कृपा से लोगों की उन समस्याओं का हल बताते हैं.
इस प्रकार लगाई जाती है बागेश्वर धाम में अर्जी
बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने की एक प्रक्रिया है. बागेश्वर धाम की इंटरनेट वेबसाइट की सूचना के हिसाब से देखा जाए, तो जिसको भी बागेश्वर धाम में अपनी अर्जी लगवानी है. उसे धाम पर आकर रंगीन कपड़े में एक नारियल बांधकर धाम परिसर में रखना होता है. नारियल को बांधने वाले कपड़े के तीन रंग हो सकते हैं. लाल पीला और काला आप तीनों कपड़ों में नारियल को बांध सकते हैं. इन तीनों रंगों के अपने अलग मायने हैं, अगर अर्जी सामान्य है तो लाल कपड़े में नारियल बांधे, अगर शादी विवाह से जुड़ी हुई है तो नारियल को पीले कपड़े में बांधे, अगर अर्जी प्रेत बाधा से जुड़ी हुई है तो नारियल को काले कपड़े में बांधे.
ऐसे भी अधिकतर लोग हैं जो बागेश्वर धाम पर आकर कपड़े में एक नारियल बांधकर धाम परिसर में नहीं रखने आ सकते. उनके लिए खुद बागेश्वर धाम सरकार ने अपनी कथाओं में उपाय सुझाया है. उन्होंने बताया है कि अगर हम आकर ऐसा नहीं कर सकते, तो अपने घर में स्थित पूजा स्थल पर आप ऐसा कर सकते हैं. बागेश्वर बालाजी महाराज आपकी अर्जी को अवश्य सुनेंगे.