Bajrang Poonia: दलितों की 4 एकड़ जमीन बजरंग पुनिया के नाम मिलने से हड़कंप, पहलवान के खिलाफ सड़कों पर उतरे ग्रामीण
झज्जर, Bajrang Poonia :- नामचीन पहलवान बजरंग पुनिया ने साल 2020 में जापान की राजधानी टोक्यो में ओलंपिक गेम्स में कांस्य पदक अपने नाम किया था. पिछले कुछ दिनों से पहलवान बजरंग पुनिया जंतर- मंतर पर धरना दे रहे हैं. अब स्थानीय लोग Haryana के झज्जर जिले के पहलवान बजरंग पुनिया के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं. लोगों का कहना है कि पुनिया को यहां के भापडोदा गांव में 4 एकड़ भूमि आवंटित की गई है. बजरंग पूनिया की तरफ से सरकार से यह 4 एकड़ भूमि रेसलर एकेडमी बनाने के नाम पर ली गई थी. अब ऐसा क्या हुआ जिससे स्थानीय लोगों की तरफ से इसका विरोध किया जा रहा है.
स्थानीय लोग कर रहे हैं पहलवान बजरंग पुनिया का विरोध
वह पिछले काफी समय से जंतर- मंतर पर धरना दे रहे हैं. पहलवान का विरोध कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि इस भूमि को अवैध तरीके से आवंटित किया गया है. साथ ही ग्रामीणों ने यह दावा भी किया कि इस अवैध आवंटन में पंचायत समिति भी शामिल है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पहले से ही अर्जुन अवार्ड विजेताओं के अलावा कई ऐसे खिलाड़ी है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके हैं परंतु इन सब के बावजूद बजरंग पूनिया को भूमि दे दी गई.
सीएम मनोहर लाल खट्टर से भी करेंगे मुलाकात
यहां का पंचायत सेक्रेटरी सरकार का प्रतिनिधित्व करता है. ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत सचिव भी जमीन के इस गैरकानूनी आवंटन में शामिल है. ग्रामीणों की तरफ से मांग की जा रही है कि इस जमीन आवंटन की विस्तृत जांच होनी चाहिए, वे चाहते हैं कि 1 सप्ताह के अंदर ही इस पूरी प्रक्रिया की जांच हो, इस संबंध में अगर उन्हें हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्टर से भी मिलना पड़े तो वे इसके लिए तैयार हैं. यदि आवश्यकता पड़ी तो उच्च न्यायालय से लेकर सर्वोच्च न्यायालय तक वह जाएंगे.
ग्राम पंचायत के सदस्य ने लगाए धोखाधड़ी के आरोप
उन्होंने कहा कि वह किसी भी सूरत में यहां रेसलर एकेडमी बनाने की इजाजत नहीं देने देंगे. ग्राम पंचायत के एक सदस्य ने भी भूमि के आवंटन में धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. किसी अन्य मुद्दों को लेकर मीटिंग बुलाई गई थी, उसमें कुछ कागजातों पर सभी को दस्तख़त करने के लिए कहा गया. उन्होंने बताया कि इसमें बजरंग पुनिया को 4 एकड़ भूमि आवंटन करने का एक कागज भी था. उन्होंने उस पर साइन करने से साफ मना कर दिया, वही बजरंग पुनिया ने 5 एकड़ भूमि मांगी थी.
इस समुदाय की स्थिति हो जाएगी दयनीय
पंचायत सदस्य ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि जब उन्होंने अपने वरिष्ठों से इस बारे में बात की, तो वह भी इस फैसले से काफी खुश दिखाई दिए. ग्रामीणों को कहा गया कि उनके बच्चों को फ्री में इस रेसलर एकेडमी में ट्रेनिंग मिलेगी, इसीलिए वह भी मान गए. यह भूमि अनुसूचित जाति समुदाय की है, जिसका कृषि कार्य के लिए इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में अगर इस जमीन पर रेसलर एकेडमी बन गई, तो इनकी रोजी रोटी खतरे में पड़ जाएगी.