Belpatra Niyam: इस नियम को जाने बिना शिवलिंग पर चढ़ाने के लिए न तोड़े बेलपत्र, वरना हो जाएंगे पाई- पाई के मोहताज
ज्योतिष शास्त्र :- हिंदू धर्म में देवी देवताओं की पूजा अर्चना करने को विशेष महत्व दिया जाता है. सप्ताह के सातों दिन अलग- अलग देवी देवताओ को समर्पित है. Monday का दिन शिवजी को, Tuesday का दिन हनुमान जी को, Wednesday का दिन गणेश जी महाराज को, Thursday का दिन विष्णु भगवान को, Friday का दिन संतोषी माता को, Saturday का दिन शनि देव महाराज को और Sunday का दिन सूर्य भगवान को समर्पित है.
अबकी बार सावन रहेगा अधिकमास
सावन का महीना शुरु हो चुका है, अबकी बार सावन 4 July से शुरू होकर 31 August तक चलेगा. 18 जुलाई से 16 अगस्त तक सावन अधिकमास रहेगा. अबकी बार सावन महीने में कुल 8 सोमवार रहने वाले हैं. यानी की आठों सोमवार भगवान शिव की आराधना की जाएगी. मान्यता है कि Monday के दिन शिवलिंग पर कुछ खास चीजें अर्पित करने से भगवान शिव की कृपा हमेशा बनी रहती है. शिवलिंग पर विशेष रूप से बेलपत्र चढ़ाया जाता है, बेलपत्र शिव को काफी प्रिय है, बेलपत्र को पेड़ से तोड़ते समय कुछ नियमों का ध्यान रखना होता है. बिना नियम जाने बेलपत्र नहीं तोड़ना चाहिए.
बेलपत्र तोड़ते समय मन ही मन लेना चाहिए भगवान शिव का नाम
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार बेलपत्र को तोड़ते हुए मन ही मन भगवान शिव का नाम लेना चाहिए, उन्हें दिल से प्रणाम करना चाहिए. बेलपत्र को तोड़ते समय कभी भी टहनी को साथ में नहीं तोड़ना चाहिए, केवल 3 पत्तों वाला डंठल ही तोड़ना चाहिए, और वही शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए. भगवान शिव को बेलपत्र अति प्रिय है, यदि कोई भी श्रद्धालु सोमवार के दिन शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करता है तो उसके दुखों का नाश हो जाता है और उसके जीवन में खुशियां और समृद्धि आती है.
पत्तों के साथ नहीं तोड़नी चाहिए टहनी
बेलपत्र को तोड़ते समय ध्यान रखना चाहिए कि जिस दिन आप बेलपत्र तोड़ रहे हैं उस दिन चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या नहीं होनी चाहिए. मान्यता है कि इन सभी तिथियों को बेलपत्र नहीं तोड़ना चाहिए. इसके अलावा बेलपत्र को सक्रांति तिथि और सोमवार के दिन भी नहीं तोड़ना चाहिए. इसलिए जिस दिन Monday हो उससे पहले वाले दिन ही बेलपत्र को तोड़कर अपने घर ले आए. इसके अलावा यह भी ध्यान रखे कि शिवलिंग पर चढ़ाए जाने वाले बेलपत्र की तीन पत्तियां अवश्य हो, 2 या 1 पत्ती वाला बेलपत्र शिवलिंग पर अर्पित ना करें.