Bhiwani News: शिक्षित होकर पूनम बनी दूसरों के लिए प्रेरणा, दसवीं के 15 साल बाद पास की 12वीं
भिवानी, Bhiwani News :- यदि आपके दिल में कुछ करने का जज्बा हो तो आपको आपकी आयु सीमा कभी नहीं रोक सकती है. इस बात को एक निजी स्कूलों की शिक्षिका पूनम ने कर दिखाया है. पूनम ने अपनी शादी के 11 साल बाद तथा दसवीं के 15 साल बाद 12वीं की पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन, मास्टर्स तथा B.Ed करके आज वह स्कूल में अध्यापन कार्य करती है.
15 साल बाद दोबारा शुरू की पढ़ाई
पूनम शर्मा का विवाह 2000 में गुरुदत्त शर्मा से हुआ था. उस समय पूनम दसवीं पास थी तथा पति गुरुदत्त ट्रांसपोर्ट कंपनी में कार्य करते थे. शादी के 11 साल तथा दसवीं कक्षा के 15 साल बाद पूनम ने अपने पति तथा जेठ के प्रोत्साहन से दोबारा पढ़ाई शुरू की. साल 2017 में जब पूनम अपनी एमए प्रथम वर्ष की पढ़ाई पूरी कर रही थी तब अचानक उनके पति की मृत्यु हो गई. विषम परिस्थितियों में भी पूनम ने हार नहीं मानी व अपना हौसला बनाए रखा.
नहीं हारा हौसला
पति की मृत्यु के बाद भी पूनम ने अपनी हिम्मत नहीं हारी तथा अपने बेटे व बेटी के सपने साकार करने में जुट गई. वर्तमान समय में उनका बेटा हिमांशु बीएससी करके B.Ed कर रहा है तथा बेटी प्रिया सीबीएलयू से एमएससी केमिस्ट्री की पढ़ाई कर रही है. पूनम का सपना है कि वह अपने बेटे को एमबीए कराकर बिजनेसमैन बनाए तथा वह अपनी बेटी को पीएचडी कराकर वैज्ञानिक बनना चाहती है. इन सपनों को पूरा करने के लिए पूनम स्कूल में अध्यापन के साथ – साथ घर में भी बच्चों को ट्यूशन करती है.
इन संस्थाओं ने किया सम्मानित
पूनम शर्मा को अनेक सामाजिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है. उन्हें सांसद धर्मवीर व विधायक घनश्याम दास सर्राफ ने बेहतर शिक्षिका के रूप में सम्मानित किया था. इसके साथ ही उन्हें शिक्षा, पर्यावरण तथा जल बचाओ के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने पर भी सम्मान दिया गया, जो उनके लिए बहुत गर्व की बात है. वह अपनी सफलता के पीछे अपने पति गुरु दत्त शर्मा तथा परिवार का हाथ बताती है. पूनम जरूरतमंद बच्चों को फ्री ट्यूशन करती है तथा उन्हें पुस्तकें भेंट कर पढ़ने के लिए प्रेरित करती है.