PM किसान निधि की किस्त लेने वाले किसानों के लिए बड़ी खबर, अब इस ID के बिना नहीं मिलेगा पैसा
नई दिल्ली :- केंद्र सरकार ने किसानों के लिए एक नई योजना शुरू की है. इसमें किसानों को उनकी डिजिटल पहचान के लिए किसान आईडी कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसकी मदद से किसानों के किसान सम्मान निधि, फसल बिक्री जैसे काम आसानी से हो सकेंगे, लेकिन इसमें एक समस्या है, बालाघाट में ऐसे कई किसान है जिनकी इस तरह की आईडी नहीं बन पा रही है. देखिए लोकल 18 की खास रिपोर्ट…
फार्मर वेबसाइट पर जाकर अपनी आईडी बना सकते हैं, लेकिन इस पोर्टल पर किसानों को काफी समस्या आ रही है. इसमें सबसे बड़ी एक समस्या ये है कि इसमें किसानों का खसरा और आधार का नाम मिसमैच हो रहा है. ऐसे में किसानों को समस्या आ रही है. इसके अलावा आईडी को बनाने वाला पोर्टल बेहद स्लो रहता है या फिर इसका सर्वर हमेशा डाउन रहता है. ऐसे में किसानों सहित ऑपरेटरों को समस्या आ रही है.
फार्मर आईडी नहीं बनी, तो नहीं आएगी सम्मान निधि की किस्त
फार्मर आईडी बनाने की आखिरी तारीख 31 दिसंबर तय की गई है. ऐसे में इस बीच उनकी फार्मर आईडी नहीं पाई, तो उन्हें किसान सम्मान निधि की अगली किस्त नहीं मिल सकेगी. लेकेश मानेकर ने बताया कि किसानों को फार्मर आईडी बनाने के लिए आधार कार्ड खसरा नंबर और स्वयं किसान को उपस्थित होना पड़ेगा.
कटंगी विकासखंड के जूनियर डेटा एंट्री ऑपरेटर दिनेश उइके ने बताया कि फार्मर आईडी बनाने की प्रक्रिया में किसानों को जूट जाना चाहिए. इस की मदद से किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि, किसान क्रेडिट कार्ड सहित दूसरी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा. इसके लिए किसान स्वयं, एमपी ऑनलाइन जाकर आईडी के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. वहीं, पोर्टल में कुछ खामियां थी, जिसमें नाम मिसमैच के कारण रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहे थे. अब पोर्टल में सुधार किया गया है, जिससे अब रजिस्ट्रेशन हो सकेंगे.
बालाघाट में अब तक 50 हजार फार्मर आईडी बनी
बालाघाट जिले में 3 लाख 19 हजार 534 किसान आईडी बनाने का लक्ष्य है. इसमें अब तक 49 हजार 87 किसानों की फॉर्मर आईडी बन पाई है. इसमें सबसे ज्यादा आईडी किरनापुर तहसील में बनी है.