BPL Ration Card News: हरियाणा में बिजली बिल भरने वालो को बड़ा झटका, हजारों गरीब परिवार BPL सूची से बाहर
भिवानी :- ऐसे BPL Ration Card परिवार जिनका मासिक बिजली बिल ज्यादा था उन्हें बीपीएल श्रेणी से बाहर कर दिया गया है. आपको बता दें कि 21886 गरीबों को बीपीएल (Below Poverty Line) श्रेणी से बाहर कर दिया गया है. खाद्य एवं आपूर्ति विभाग से सस्ती राशन सेवा तो पहले ही बंद की जा चुकी है इसके बाद अब ये परिवार जिला मानव संसाधन विभाग में अपनी शिकायतें दर्ज कराने जा रहे है.
फैमिली आईडी के साथ जुड़ा बिजली बिल का डाटा
इतना ही नहीं मानव संसाधन विभाग का डाटा अपडेट होने के बाद से जिले में एक लाख 62 हजार BPL परिवारों की सीमा भी कम हो गई है. Aadhar Card, बैंक Account और बिजली बिल के बाद अब वोटर ID भी परिवार पहचान पत्र (PPP) के साथ Link हो चुकी है. जिले में तीन लाख 16 हजार परिवारों के परिवार पहचान पत्र बनाए जा चुके हैं. जिले में लगभग एक लाख 62 हजार बीपीएल परिवारों की आमदनी एक लाख 80 हजार से कम हैं, जिन्हें जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग से हर महीने राशन डिपो पर प्रति सदस्य पांच किलो अनाज दिया जा रहा है. विभाग ने Family ID के साथ बिजली बिल का डाटा भी Add कर दिया है.
सुविधाएं पाने के लिए काट रहे दफ्तरों के चक्कर
इसके बाद हर महीने हजारों रुपयों का बिजली बिल भरने वाले बीपीएल परिवारों को एक ही झटके में BPL List से निकाल दिया है. अब ये परिवार फिर से अपनी सरकारी योजनाओं की सुविधाओं का लाभ लेने के लिए कभी सरल केंद्र तो कभी खाद्य एवं आपूर्ति विभाग Office के चक्कर काट रहे है. वहीं यूनिट के अनुसार से दिए गए बिजली बिल को कम करने में बिजली निगम अधिकारी भी अपने हाथ खड़े कर चुके हैं, क्योंकि Unit का बिल भुगतान एकमुश्त करना होगा. मानव संसाधन विभाग के पास बुजुर्ग, विधवा, दिव्यांग पेंशन, बीपीएल, आयुष्मान कार्ड से जुड़ी 53 हजार 552 शिकायतें आई हैं, जिनकी Verification हो रही है. इसमें 21 हजार 887 शिकायतें तो मात्र बिजली बिल से संबंधित हैं, जिनमें बीपीएल राशन कार्ड की सुविधाएं नहीं मिल रही है.
शिकायतों का निदान जारी
ये परिवार अब फिर से बीपीएल सुविधा लेने के लिए एक ऑफिस से दूसरे ऑफिस भटक रहे हैं. मानव संसाधन विभाग भिवानी के जिला प्रबंधक खुशवंत सिंह ने बताया कि Family ID में बिजली बिल के कारण बीपीएल राशन कार्ड की सुविधाएं रोके जाने के काफी मामले देखे जा रहे हैं. इसके अलावा पेंशन और आयुष्मान कार्ड की भी करीबन साढ़े 53 हजार शिकायतें दर्ज की गई हैं, जिनका समाधान जारी है.