इस फूल की खेती ने किसान चाँद दिनों में बन जाते है मालामाल, बंजर भूमि और खारे पानी में भी तगड़ी कमाई
नई दिल्ली :- किसान मोती बंजारा ने गेंदे की खेती को अपनाकर सफलता की नई कहानी लिखी है. कम लागत में अधिक मुनाफा कमाने का अवसर गेंदे की खेती से किसानों के लिए खुल रहे हैं उन्नतशील किसान मोती बंजारा ने 2014 में छोटे स्तर पर गेंदे की खेती शुरू की थी. त्योहारों के सीजन में अच्छी कमाई होने पर उन्होंने रकबा बढ़ाकर 1 एकड़ कर दिया. आधुनिक तकनीकों जैसे ड्रिप मल्चिंग और नेट हाउस से मोती बंजारा अब सालभर फूलों की खेती कर रहे हैं. जिससे उनकी पैदावार और आय में बढ़ोतरी हुई है. यहां से फूल जशपुर, सरगुजा, बिलासपुर, रायपुर समेत झारखंड और ओडिशा तक भेजे जाते हैं. दीवाली जैसे त्योहारों के सीजन में महज 15 दिनों में मोती बंजारा 3 लाख रुपए से अधिक की कमाई करते हैं. फूलों की खेती ने मोती बंजारा के जीवन में आर्थिक समृद्धि लाई है. उनका परिवार खुशहाल और आत्मनिर्भर हो गया है.
एक सीजन में अच्छा मार्केट होने पर प्रति 1 एकड़ से 3 से 3 तीन लाख 50 हजार की कमाई हो जाता है. गेंदे फूल के अलावा बुके गुलदस्ता बनाकर साल में लगभग 2 लाख की अतिरिक्त कमाई कर लेते हैं. फूलों की खेती कम समय में तैयार हो जाता है. गेंदा लगभग 60-70 दिनों में फूल देना शुरू कर देता है. जिससे किसानों को जल्दी मुनाफा मिलता है. कम लागत, अधिक लाभ इसकी खेती में बहुत ज्यादा निवेश नहीं लगता. इसकी मांग हमेशा बनी रहती है, जिससे अच्छा लाभ मिलता है. गेंदे का उपयोग औषधीय रूप में भी किया जाता है. बाजार में अच्छी कीमत गेंदा हर मौसम में बिकता है, खासकर दिपावली दुर्गा पूजा, गणेश चतुर्थी, होली जैसे त्योहारों पर इसकी कीमत बढ़ जाती है.