CA Result 2023: हाथ में प्लास्टर बंधवा दर्द से कहराते हुए दिया CA का पेपर, फिर आया रिजल्ट तो हो गया कमाल
नई दिल्ली :- ICAI की तरफ से सीए नवंबर फाइनल और इंटरमीडिएट रिजल्ट घोषित कर दिए गए हैं. टॉपर्स लिस्ट में जयपुर से कई छात्र शामिल हैं, पर सबसे चर्चित नाम प्रिया अग्रवाल का है. उनके हौसले ओर मेहनत की मिसाल दी जा रही है. प्रिया ने सीए परीक्षा में All India लेवल पर 42वीं रैंक प्राप्त की है.प्रिया अग्रवाल के लिए यह सफर आसान नहीं था. काफी समय से वह हाथ में दर्द से पीड़ित हैं. उन्होंने उसी हालत में CA परीक्षा दी और टॉपर्स लिस्ट में अपना नाम शामिल किया.
अचानक से दाएं हाथ में दर्द हुआ शुरू
उनकी सक्सेस स्टोरी काफी युवाओं को प्रेरित करती है कि चाहे स्थिति कुछ भी हो लेकिन उन्हें कभी भी अपने लक्ष्य से नहीं भटकना चाहिए. प्रिया ने पहले भी सीए परीक्षा का फर्स्ट पेपर (FR) दिया था, मगर सेकेंड पेपर से पहले उनके दाएं हाथ में अचानक दर्द शुरू हो गया. कुछ ही देर में उनके हाथ ने काम करना छोड़ दिया. कुछ देर में उनका सीधा ऐसे हो गया जैसे ये जाम हो गया था. उनकी हालत देखकर सब परेशान थे. Priya जयपुर के बेस्ट डॉक्टर के पास गईं जहाँ डॉक्टर ने बताया कि यह Muscle spasm के कारण है.
प्लास्टर बंधे हाथ से दिया पेपर
CA के सेकेंड पेपर से दो दिन पहले डॉक्टर ने उनके हाथ पर प्लास्टर कर दिया. उस समय वह बहुत परेशान हुई थीं क्योंकि उन्हें लिखने में काफी कठिनाई आ रही थी. प्रिया ने हिम्मत नहीं हारी और प्लास्टर बंधे हाथ से ही परीक्षा देने का निर्णय लिया. कोशिश करने के बाद भी वह लिख नहीं पा रही थीं. परिवार वालों ने प्रिया को समझाने की काफी कोशिश की लेकिन प्रिया अपनी बात पर अड़ी रही. प्रिया अग्रवाल ने प्लास्टर बंधे हाथ से सेकेंड और थर्ड पेपर लिखें भी, लेकिन फोर्थ पेपर के समय उनकी हालत ज्यादा खराब हो गई. जब वह परीक्षा में बैठी थी उनकी आंखों से लगातार आंसू बह रहे थे.
2 साल लेना होगा ट्रीटमेंट
एग्जाम के दौरान ही उनके शरीर का दायां हिस्सा सूज गया. इसके बाद उनके शरीर ने उनका साथ देना छोड़ दिया. ऐसे में प्रिया को अपना पेपर बीच में ही छोड़ना पड़ा. डॉक्टर ने कहा कि इस बीमारी का इलाज फिजियोथैरेपी से संभव है. इस साल CA एग्जाम से पहले भी उन्होंने फिजियोथेरेपी करवाई. प्रिया की मेहनत और परिवार के साथ की वजह से आज वह देश के टॉप 50 स्टूडेंट्स में शामिल है. उनकी बीमारी अभी खत्म नहीं हुई है. डॉक्टर्स ने उन्हें साफ कहा है कि अभी उन्हें 2 साल ट्रीटमेंट लेना होगा.