Chanakya Niti: जीवन में इन 3 कामों को बांध लें गांठ, वरना घर में हमेशा बना रहेगा दरिद्रता का वास
नई दिल्ली, Chanakya Niti :- आचार्य चाणक्य ने अर्थशास्त्र का अभ्यास किया और कुशल राजनीतिज्ञ, कूटनीतिज्ञ और रणनीतिकार भी थे। उनका अनुरोध था कि लोग चाणक्य नीति का पालन करके जीवन में आने वाली हर समस्या से बचें। चाणक्य की इस नीति में जीवन के कई पहलुओं की समस्याओं से जुड़े सूत्र हैं, जिन्हें अपनाकर लोग अपनी परेशानियों को दूर कर सकते हैं। आचार्य चाणक्य ने भी अच्छे घर के बारे में कहा है। उनका कहना है कि जिस घर में ये तीन चीजें नहीं होती हैं, वह श्मशान होता है।
धर्मकर्म में ध्यान देना चाहिए
आचार्य चाणक्य ने Chanakya Niti में कहा कि जो घर में बार-बार मंगल कार्य होते हैं, वेद मंत्रों का उच्चारण होता है, उसकी संतान बुद्धिमान होती है, उसकी पत्नी मधुर बोलती है, घर में धन सत्कर्म से मिलता है, अतिथियों को सत्कार करते हैं, बड़ों की आज्ञा का पालन करते हैं, आदि। आचार्य चाणक्य ने कहा कि सुखी जीवन चाहते हैं तो बेकार की बातों से ध्यान हटाकर धर्मकर्म में ध्यान देना चाहिए। इससे लाभ हो सकता है।
सी जगहों पर प्रभु की कृपा कभी नहीं आती
जैसा कि आचार्य चाणक्य ने कहा, घर परिवार की सुख-समृद्धि, तरक्की, आदि से अवश्य जुड़ा होता है। इसलिए घर में कुछ काम करना चाहिए। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है, जो खुशी और खुशियों को लाता है। जैसा कि आचार्य चाणक्य ने कहा, ब्राह्मणों को घर में सम्मान नहीं मिलता। ऐसी जगहों पर प्रभु की कृपा कभी नहीं आती अगर घर आए या भिक्षा मांगने आए ब्राह्मणों को बिना कुछ दिये वापस भेज देते हैं या फिर उनका अपमान करते हैं। सही ब्राह्मणों का सम्मान करके, दक्षिणा आदि देकर विदा करना चाहिए। इससे वह आपको सुख-समृद्धि प्रदान करता है।
हवन, पाठ या सत्यनारायण की कथा सुनना चाहिए
वेदों या मंत्रों का जाप या पूजा न करने वाले घर में देवता कभी नहीं रहते, ऐसा आचार्य चाणक्य ने कहा है। ऐसी जगह दरिद्रता बसती है। आचार्य चाणक्य ने कहा कि जिस घर में कोई शुभ कार्य नहीं होता, वह घर भी श्मशान के समान है। वह घर मुर्दों का घर माना जाएगा। वहां कोई जीवित शक्ति नहीं है। यही कारण है कि घर में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए समय-समय पर हवन, पाठ या सत्यनारायण की कथा सुनना चाहिए।