Chankya Niti: सुखी जीवन के लिए इन लोगों से रहें दूर, नहीं तो पूरी जिंदगी भुगतना होगा नुकसान
चाणक्य नीति, Chankya Niti :- भारत के इतिहास में आचार्य चाणक्य को राजनीति और कूटनीति का विशारद माना जाता है. आचार्य चाणक्य ने अपने मेधावी वीर शिष्य चंद्रगुप्त मौर्य को सिंहासन पर बैठाया था. आचार्य चाणक्य चंद्रगुप्त मौर्य के महामंत्री, गुरु, हितेषी तथा राज्य के संस्थापक थे. कुटिल राजनीति विशारद होने के कारण वें ‘कौटिल्य’ नाम से भी प्रख्यात थे. 2500 ई. पू. आचार्य चाणक्य ने अर्थशास्त्र, लघु चाणक्य, वृद्ध चाणक्य, Chankya Niti शास्त्र लिखा था. आचार्य चाणक्य की कूटनीतियां वर्तमान समय में भी बिल्कुल ठीक बैठती है.
इस प्रकार बना सकते हैं अपना जीवन खुशहाल
अश्विनी पाराशर की Book ‘चाणक्य नीति’ के अनुसार , Chankya Niti शास्त्र के चौथे अध्याय में – आचार्य चाणक्य ने ऐसी सीख का वर्णन किया है जिससे इंसान को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा . आचार्य चाणक्य ने इस अध्याय में उन चीजों के बारे में जानकारी दी है जिनकी वजह से हर व्यक्ति अपना नुकसान खुद ही कर लेता है. आचार्य चाणक्य का कहना है कि इन चीजों से हमेशा बचकर रहना चाहिए क्योंकि ये चीजें बिना आग के ही आपको जला सकती हैं. अगर कोई व्यक्ति आचार्य चाणक्य द्वारा बताई हुई इन चीजों से दूर रहता है तो उसके जीवन में कोई अड़चन नहीं आएगी और जीवन खुशहाल रहेगा.
“कुग्रामवासः कुलहीन सेवा कुभोजनं क्रोधमुखी च भार्या । पुत्रश्च मूर्खों विधवा च कन्या विनाग्निमेते प्रदहन्ति कायम् ॥8॥”
आचार्य चाणक्य के इस श्लोक का अर्थ है कि यदि आप ऐसे व्यक्ति के पास रहते हैं जो जान- बूझकर दूसरों को परेशान करता है तो उसके पास कभी नहीं रहना चाहिए. ऐसे लोगों के पास रहने से आपको हमेशा समस्या देखने को मिलेगी. उदाहरण के लिए आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ रह रहे हैं जो हमेशा लोगों का बुरा ही सोचता है तो उस बारे में सोच-सोचकर आप भी हमेशा चिंतित रहने लगेंगे.
गलत बोलने वाली पत्नी
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि यदि आपकी पत्नी गलत बोलती है और आपसे हमेशा बुरा भला कहती रहती है तो उस व्यक्ति का जीवन बिल्कुल नरक बन जाता है अगर घर में गलत बोलने वाली पत्नी है. क्योंकि ऐसी स्त्रियां छोटी-छोटी बातों पर भी लड़ाई करने लगती हैं जिससे पूरे परिवार का माहौल बिगड़ जाता है.
अपौष्टिक भोजन से रहें दूर
आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को ऐसा खाना नहीं खाना चाहिए जिसमें कोई भी स्वाद या पोषक तत्व शामिल न हो. ऐसा इसलिए कहा गया है क्योंकि भोजन करने के बाद आपका मन खराब रहेगा जिससे आपके सारे काम ही बिगड़ेंगे. इसीलिए आचार्य ने सभी को सलाह दी है कि ऐसे खाने से वह दूर रहे.
नासमझ बेटे को समझाये
आचार्य चाणक्य कहते हैं मूर्ख या नासमझ लड़के से भी हमेशा परेशानी होती है. अगर बच्चे में किसी बात की समझ नहीं है तो वह आपको हमेशा परेशानी ही देगा और जीवन भर बोझ बना रहेगा. इसलिए उसे उसकी समझाएं ताकि वह अपनी Life को ठीक कर सके.
नहीं करनी चाहिए गलत लोगों की सेवा
आचार्य चाणक्य कहते हैं ऐसे लोग जिन्हें समाज में उचित स्थान नहीं मिला है परन्तु वे आपसे सेवा तो खूब कराएंगे लेकिन उसका मूल्य नहीं देंगे. आपके मन में इस बात का दुख हो सकता है इसलिए ऐसे लोगों से भी दूरी बनाए रखनी चाहिए.