Chandrayaan 3: चंद्रयान 3 को चांद मामा पर मिली बड़ी सफलता, मिले ऑक्सीजन होने के सबूत
नई दिल्ली, Chandrayaan 3 :- जैसा कि आप सभी जानते हैं भारत ने हाल ही में चांद पर अपना Chandrayaan 3 Land कराकर नया कीर्तिमान हासिल किया है. भारत ऐसा करने वाला पहला देश बन चुका है. इसी बीच इसरो (ISRO) ने मंगलवार को बड़ी अपडेट जारी की है. इसरो ने बताया कि चांद पर कई पदार्थ उपस्थित है. चांद पर सल्फर, एल्युमिनियम, कैल्शियम होने के सबूत पाए गए हैं. यही नहीं चांद पर मैगजीन, सिलिकॉन, आयरन, क्रोमियम, टाइटेनियम और ऑक्सीजन होने के भी सबूत प्राप्त हुए हैं.
कई तत्वों के बारे में मिली है जानकारी
इसरो (ISRO) की तरफ से Social Media एक्स पर एक ग्राफ Share किया गया है जिसमें जानकारी दी गई है कि “जगह पर वैज्ञानिक प्रयोग जारी है…रोवर पर लगा लेजर- प्रेरित ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप (एलआईबीएस) उपकरण पहली बार इन सीटू माप के जरिये , दक्षिणी ध्रुव के पास चंद्र सतह में सल्फर (एस) की उपस्थिति की स्पष्ट रूप से पुष्टि करता है. जैसा कि अपेक्षा की जा रही थी, Al, Ca, Fe, Cr, Ti, Mn, Si और O के बारे में भी जानकारी मिली है. हाइड्रोजन (H) की खोज चल रही है.
Chandrayaan-3 Mission:
Here are the first observations from the ChaSTE payload onboard Vikram Lander.ChaSTE (Chandra’s Surface Thermophysical Experiment) measures the temperature profile of the lunar topsoil around the pole, to understand the thermal behaviour of the moon’s… pic.twitter.com/VZ1cjWHTnd
— ISRO (@isro) August 27, 2023
ISRO ने रविवार को भी जारी किया था ग्राफ
एलआईबीएस उपकरण को इलेक्ट्रो- ऑप्टिक्स सिस्टम्स (एलईओएस) / इसरो, बेंगलुरु की प्रयोगशाला में Develop हुआ है. इससे पहले भी इसरो ने एक Graph जारी किया था जिसमें चांद की सतह पर मिलने वाले अलग-अलग Temperature के बारे में बताया गया था. राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी के मुताबिक ‘चंद्र सर्फेस थर्मो फिजिकल एक्सपेरिमेंट’ (चेस्ट) ने चंद्रमा की सतह के थर्मल बिहेवियर को जानने के लिए, South Pole के आसपास चंद्रमा की ऊपरी मिट्टी का ‘तापमान प्रालेख’ का Measurement किया है.
सतह पर है 70 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान
ग्राफिक चित्रण के बारे में इसरो वैज्ञानिक बी. एच. एम. दारुकेशा का कहना है कि , “हम सभी मानते थे कि सतह पर तापमान 20 डिग्री सेंटीग्रेड से 30 डिग्री सेंटीग्रेड के आसपास हो सकता है, लेकिन यह 70 डिग्री सेंटीग्रेड है. यह हमारी उम्मीद से ज्यादा है इसलिए हैरान कर देने वाला है” अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि पेलोड में तापमान को मापने का एक Equipment लगा है जो सतह के नीचे 10 सेंटीमीटर की गहराई तक जा सकता है.