गर्मी में करें सूरजमुखी की खेती, सूखे इलाकों में भी होगा है बंपर पैदावार
नई दिल्ली :- आपको बता दें, सूरजमुखी एक तिलहनी फसल है, जिसे इसके बीजों के लिए उगाया जाता है. सूरजमुखी के फूल सुंदर होने के साथ औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं. इसकी खेती खरीफ, रबी और ज़ायद की फसलों के मौसम में भी की जा सकती है. ऐसे में किसान से ही जानते हैं इसकी खेती के क्या फायदे हैं, कितनी लागत आती है और कितना मुनाफा हो जाता है बातचीत के दौरान सची बाई ने बताया, कि सूरजमुखी की फसल करना बहुत अच्छा होता है. इससे काफी अच्छी कमाई होती है. साथ ही खाने के लिए तेल भी नहीं खरीदना पड़ता है.
वे आगे बताती हैं, सूरजमुखी के बीज से तेल निकाल लेते हैं. वहीं, इस फसल में मेहनत कम पैदावार ज्यादा है. इसमें किसान केवल खाद पानी डालते हैं और फिर फसल पुरी पकने के बाद काटते हैं. फसल को काटने के बाद एक दिन घर में रखा जाता है, फिर उसे पीटकर बीज निकालते हैं. इसके बाद बीज को थोड़ा सुखाया जाता है और फिर मशीन से पेरते हैं. इस तेल का उपयोग सब्जी, रोटी और खाने के लिए फायदेमंद होता है. सूरजमुखी का तेल रिफाइंड जैसा होता है जो खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है.
सची बाई बताती हैं, वे सूरजमुखी की खेती हर साल करती हैं, और अच्छा खासा मुनाफा होता है. सच्ची बाई का मानना है कि रिफाइंड जो बाजारों में मिलता है, ठीक वैसा ही सूरजमुखी का तेल होता है. आपको बता दें, सूरजमुखी की खेती के लिए गर्म जलवायु, रेतीली दोमट मिट्टी और काली मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है. वहीं इसके बीजों में विटामिन E, वसा, विटामिन B, और तांबा जैसे पोषक तत्व भी होते हैं.