DA Hike: 10 लाख सरकारी कर्मचारियों के लिए आई खुशखबरी, महंगाई भत्ता में 4% बढ़ोतरी का ऐलान
नई दिल्ली, DA Hike :- सरकार ने अपने 10 लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों को बड़ी राहत देते हुए महंगाई भत्ते में 4 फीसदी इजाफे का ऐलान कर दिया है. वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने राज्य का बजट पेश करते हुए इसकी जानकारी दी है. वित्त मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार एक अप्रैल, 2025 से राज्य सरकार के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में चार प्रतिशत की वृद्धि करेगी. इससे राज्य सरकार के 10 लाख से अधिक कर्मचारियों और पेंशनभोगियों का कुल महंगाई भत्ता बढ़कर 18 प्रतिशत हो जाएगा.
महंगाई भत्ता (Dearness Allowance – DA) क्या होता है?
महंगाई भत्ता (DA) सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को दिए जाने वाला एक भत्ता है, जो मुद्रास्फीति (Inflation) के प्रभाव को संतुलित करने के लिए दिया जाता है. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि महंगाई बढ़ने से कर्मचारियों की क्रय शक्ति (Purchasing Power) प्रभावित न हो.
महंगाई भत्ते की गणना कैसे होती है?
महंगाई भत्ते का कैलकुलेशन औद्योगिक श्रमिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) के आधार पर की जाती है. यह केंद्र सरकार द्वारा समय-समय पर जारी किया जाता है और महंगाई दर के अनुसार इसे संशोधित किया जाता है.
महंगाई भत्ते के बढ़ने का असर
सरकारी कर्मचारियों की क्रय शक्ति बढ़ती है –जब DA बढ़ता है, तो कर्मचारियों की आय बढ़ती है, जिससे वे महंगे होते सामान और सेवाओं को खरीद सकते हैं.
पेंशनभोगियों को राहत मिलती है –DA में वृद्धि से सरकारी पेंशनर्स की मासिक पेंशन भी बढ़ती है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर होती है.
बाजार में मांग बढ़ती है –सरकारी कर्मचारियों की आय बढ़ने से उनकी खर्च करने की क्षमता बढ़ती है, जिससे बाजार में वस्तुओं और सेवाओं की मांग में वृद्धि होती है.
सरकार पर वित्तीय बोझ बढ़ता है –चूंकि लाखों सरकारी कर्मचारी और पेंशनर्स DA के तहत आते हैं, इसके बढ़ने से सरकारी खजाने पर भार बढ़ता है.
महंगाई पर असर –यदि ज्यादा लोग अधिक खर्च करने लगते हैं, तो वस्तुओं और सेवाओं की मांग बढ़ने से महंगाई और बढ़ सकती है.
महंगाई भत्ते में संशोधन कब होता है?
सरकार हर साल जनवरी और जुलाई में DA की समीक्षा करती है और आवश्यकतानुसार इसे बढ़ाती है. केंद्र और राज्य सरकारें अलग-अलग दरों पर DA देती हैं, जो उनके वित्तीय संसाधनों और नीतियों पर निर्भर करता है.