DAP Price: केंद्र सरकार का किसानों के लिए बड़ा ऐलान, अब आधे से भी कम दाम में मिलेगी DAP
नई दिल्ली :- सभी किसानों को खेती करने के लिए DAP उर्वरक पर अपनी मोटी रकम खर्च करनी पड़ती है. हालांकि,केंद्र सरकार के द्वारा DAP Fertilizer पर Subsidy भी दी जाती है. किसानों की भलाई के लिए मोदी सरकार लंबे समय से ऐसा खाद विकसित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही थी, जो किसानों तथा सरकार दोनों की लागत को कम कर सके. आखिरकार वह दिन आ ही गया जब कृषि मंत्रालय ने Nano DAP को Launch कर दिया है. आपको बता दें कि इसकी कीमत DAP की बोरी की मौजूदा कीमत के मुकाबले आधे से भी कम है.
IFFCO ने विकसित किया Nano DAP
Liquid Nano DAP को सहकारी क्षेत्र की खाद्य Company IFFCO ( Indian Farmers Fertilizer Cooperative Limited ) ने विकसित किया है. इसकी जानकारी IFFCO के Managing Director अवस्थी तथा केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मंडारिया ने Tweet करके दी है. IFFCO के मैनेजिंग डायरेक्टर का कहना है कि यह मृदा तथा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक अहम कदम है. इसके साथ ही रसायन तथा उर्वरक मंत्री ने इसे भारत का आत्मनिर्भरता की ओर एक और कदम माना है.
600 ₹ में आधा लीटर की बोतल
आपको बता दें कि इस Liquid Nano DAP की कीमत 600 रूपये होगी. आपको 600 रूपये में 50 मिली यानी आधा लिटर Liquid DAP मिलेगा. DAP की आधा लीटर की बोतल डीएपी की एक बोरी के बराबर काम करेगी. जानकारी के लिए आपको बता दें कि देश में यूरिया के बाद DAP दूसरी सबसे ज्यादा उपयोग में लाए जाने वाली खाद है. इसे पहले Nano यूरिया भी विकसित किया है. इसकी बोतल बिना सब्सिडी के 240 रूपये में मिलती है.
DAP की एक बोरी की कीमत
आपको बता दें कि DAP की एक बोरी की कीमत फिलहाल 1350 से 1400 रूपये है. अतः Liquid Nano DAP किसानों को DAP के मुकाबले आधे से भी कम रुपए में मिल जाएगा. आपको बता दें कि देश में सालाना डीएपी की अनुमानित खपत 1 से 1.25 करोड़ टन है, जबकि घरेलू स्तर पर मात्र 40 से 50 टन डीएपी का ही उत्पादन होता है. बाकी DAP के लिए हमें आयात पर निर्भर करना होता है. नैनो डीएपी के Production से केंद्र सरकार के DAP Subsidy पर होने वाले खर्च में भी कमी आएगी. इसके साथ ही आयात कम होने से देश के विदेशी मुद्रा भंडार को भी बचाया जा सकेगा
इन उर्वरको का भी आएगा Nano Version
आपको बता दें कि IFFCO Nano यूरिया तथा Nano DAP को Launch करने के बाद अब नैनो पोटाश, नैनो जिप्सम तथा नैनो कॉपर फर्टिलाइजर पर भी काम कर रहा है. क्योंकि भारत डीएपी के अलावा बड़े पैमाने पर पोटाश का भी आयात दूसरे देशों से करता है.