रेवाड़ी के सरकारी स्कूल में दिन में ही चल रही थी दारू पार्टी, शर्मसार करने वाला वीडियो वायरल
रेवाड़ी :- हरियाणा के रेवाड़ी के सरकारी स्कूल का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है. बता दे कि स्कूल को शिक्षा का मंदिर माना जाता है, परंतु क्या इसमें इस प्रकार जाम भी छलकाए जा सकते है. कल से खोरी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का एक वीडियो काफी तेजी से WhatsApp पर इधर से उधर शेयर किया जा रहा है. इस वीडियो में आप साफ तौर पर देख सकते हैं कि कैसे School का चौकीदार और उसके साथी विद्यालय में ही महफिल जमाकर बैठे हैं.
रेवाड़ी के स्कूल का वीडियो तेजी से हो रहा है वायरल
यह वीडियो सारा दिन वायरल होता रहा, परंतु फिर भी विभागीय अधिकारियों को किसी प्रकार की कोई खबर ही नहीं है. इस बारे में उनसे बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है. खोरी का राजकीय स्कूल कभी अपनी शिक्षा व्यवस्था और अनुशासन के लिए जाना जाता था, परंतु आज इस विद्यालय की पहचान ही बदल गई है. खोरी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में स्कूल की छुट्टी होने के बाद चौकीदार व उसके साथियों द्वारा शराब पी जाती है.
अक्सर सजती है स्कूल में इस प्रकार के महफिल
अबकी बार तो बकायदा इसकी वीडियो भी बन गई. गांव के ही विक्रम सिंह नाम के व्यक्ति शनिवार को किसी काम से विद्यालय गए थे. विक्रम सिंह जब विद्यालय परिसर में पहुंचे, तो चौकीदार कृष्ण कुमार के कमरे से आवाज आ रही थी. जब वह कमरे में पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि चौकीदार उसके दो साथियों के साथ शराब पी रहा था. मिली जानकारी के अनुसार चौकीदार उसके साथी अक्सर विद्यालय परिसर में इसी प्रकार महफिल जमाते रहते हैं. स्कूल के बाहर कुछ दुकानदार वहां रहते हैं और शराब पीते हैं.
क्या विद्यालय के प्राचार्य को इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं
विद्यालय के प्राचार्य व अन्य शिक्षक अगर यह कहते हैं कि उनको इस की कोई जानकारी नहीं है, तो यह बड़ी विडंबना है. अगर विद्यालय में इसी प्रकार यह लोग शराब पीते रहेंगे, तो इससे विद्यार्थियों पर क्या असर पड़ेगा. इस बारे में कोई भी गहराई से नहीं सोच रहा, जबकि यह बहुत चिंता का विषय है. पूर्व जिला पार्षद नीतू चौधरी का कहना है कि मुझे इस बात की जानकारी मिली है कि खोरी स्कूल में शराब पी जाती है, यह सुनकर मुझे बड़ा दुख हुआ. पहले भी इस तरह की बातें मेरे सामने आ चुकी है. शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इस तरह के मामलों को काफी गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए.