Delhi Metro News: दिल्ली मेट्रो से सफर करने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी, इस रूट के लिए 4 KM का एलिवेटेड वायाडक्ट तैयार
नई दिल्ली :- आज कामकाजी लोग इतने व्यस्त हैं कि उन्हें नौकरी पर समय से पहुंचना होता है और समय पर घर आना होता है. ऐसे में अन्य साधनों की अपेक्षा Metro (Delhi Metro News) सबसे बेहतर साधन है, Metro कम समय में ही यात्रियों को गंतव्य स्थान पर पहुंचा देती है. दिल्ली मेट्रो Rail कॉरपोरेशन ने मजलिस Park से लेकर मुकरबा चौक तक 4 किलोमीटर का वायाडक्ट तैयार कर लिया है, जोकि चौथे चरण के जनकपुरी पश्चिम से RK आश्रम मार्ग कॉरिडोर पर मजलिस पार्क और भलस्वा मेट्रो स्टेशन को जोड़ता है.
मार्च 2026 तक निर्माण कार्य पूरा करने का रखा लक्ष्य
DMRC के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने जानकारी देते हुए बताया कि इस कॉरिडोर का निर्माण Corona महामारी के समय शुरू किया गया था, परंतु महामारी के कारण यह कार्य बीच में बाधित भी हुआ. अब इस कॉरिडोर को March 2026 तक तैयार करने का लक्ष्य रखा है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि एलिवेटेड ट्रैक का यह हिस्सा अब ट्रैक बिछाने संबंधी Work कार्यों के लिए ठेकेदारों को सौंपा जाएगा. ओवरहेड विद्युतीकरण में खम्बो को लगाने का कार्य हो जाने के बाद यहां पर सिगनलिंग का कार्य किया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि हैदरपुर बादली तक वायाडक्ट का स्ट्रक्चरल कार्य भी जल्द ही पूरा होने की संभावना हैं.
यातायात को बाधित किए बिना कार्य किया जाएगा
एलिवेटेड वायाडक्ट पर अब ट्रैक बिछाया जाएगा और फिर बिजली की तारे भी लगाई जाएंगी. जल्दी से हैदरपुर बादली तक वायाडक्ट स्ट्रक्चरल कार्य भी पूरा हो जाएगा क्योंकि ऊपर केवल एक क्रॉसिंग ही बची है. अनुज दयाल ने कहा कि DMR के इंजीनियरों के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है. इस योजना की सबसे बड़ी बात यह है कि यह सभी कार्य बिना यातायात को बाधित किए बिना ही पूरे किए जाएंगे. मेट्रो के विस्तारीकरण के तहत DMRC तीन अलग- अलग कॉरिडोर पर 65 किलोमीटर की नई लाइनों के निर्माण कार्य में लगा हुआ है.
Tunnel बनने तक 24 घंटे रखी जाएगी निगरानी
DMRC के प्रधान निदेशक ने जानकारी देते हुए कहा कि जनकपुरी वेस्ट RK आश्रम मार्ग कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूरी तेजी के साथ चला हुआ है. Friday को श्री देरावल नगर से पुलबंगश के बीच सुरंग की खुदाई के लिए एक और Tunnel बोरिंग मशीन उतारी गई है. जोकि TBM ड्राइव नजफगढ़ नाले के पास 25.9 मीटर की गहराई तक जाएगी. इसके अलावा जिसका व्यास 58 मीटर होगा टनल बनाने के काम पर 24 घंटे गए डिजिटल तरीका से निगरानी रखी जा रही है.