Dhan Mandi Bhav: सरकार के इस कदम से धान उगाने वाले किसानों को बड़ा झटका, इतने रुपये प्रति क्विंटल गिरे भाव
नई दिल्ली, Dhan Mandi Bhav :- फिलहाल फ़सल की कटाई चल रही है. हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश की मंडियों में बासमती धान की आवक शुरू हो चुकी है. इस बार किसानों को पिछले साल के अपेक्षा बासमती धान का Rate कम मिल रहा है. किसानों का कहना है कि उन्हें इस साल बासमती धान बेचने में हानि उठानी पड़ रही है. किसानों का कहना है कि उन्हें इस बार प्रति क्विंटल 400 से 500 रुपये कम दिए जा रहे हैं. वहीं, किसानों ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने बासमती चावल का मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस (Minimum Export Price) 1,200 डॉलर प्रति टन तय किया जिसकी वजह से उन्हें नुकसान हो रहा है.
भारत विश्व का सबसे बड़ा बासमती निर्यातक देश
भारत दुनिया का सबसे बड़ा बासमती Export करने वाला देश है. यह अपने Production का 80 फीसदी बासमती चावल एक्सपोर्ट करता है. ऐसे में इसका Rate निर्यात की वजह से कम ज्यादा होता रहता है. यदि बासमती चावल का मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस 850 डॉलर प्रति टन से ज्यादा हो जाएगा, तो व्यापारियों को Loss होगा. इससे किसानों को भी हानि होगी. ऐसा इसीलिए क़्यूँकि व्यापारी किसानों से कम कीमत पर बासमती चावल खरीदेंगे. इस बीच खबर है कि बासमती चावल की नई फसल 1509 किस्म की कीमतों में कमी आई है.
किसानों को नहीं मिल रहा उचित दाम
पिछले Week इसके रेट में 400 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट देखी गई. हरियाणा में कुल 1.7 मिलियन हेक्टेयर रकबे में से बासमती चावल की खेती होती है. इसमें से लगभग 40 प्रतिशत भागीदारी 1509 किस्म की है. ऑल इंडिया राइस एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विजय सेतिया के अनुसार, यदि इसी प्रकार बासमती का भाव मिलता रहा, तो किसानों को कुल मिलाकर 1,000 करोड़ रुपये का नुकसान झेलना होगा. किसान कल्याण Club के अध्यक्ष विजय कपूर ने बताया है कि मिलर्स और Exporter किसानों को सही दाम नहीं दे रहे हैं.
पंजाब के व्यापारी हरियाणा से कम कीमत पर खरीद रहे बासमति
वे किसानों से कम कीमत पर बासमती खरीदने के लिए Pressure बना रहे हैं. उनकी माने तो यदि सरकार 15 October के बाद मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस वापस ले लेती है तो किसानों को काफ़ी अच्छा Profit होगा. उन्होंने कहा कि Punjab के व्यापारी हरियाणा से कम कीमत पर बासमती चावल की 1509 किस्म खरीद रहे हैं. इससे किसानों को घाटा हो रहा है.