Edible Oil: सरकार ने तेल की कीमत कम करने का दिया नया आदेश, अब 12 रुपये तक और सस्ता होगा खाने वाला तेल
नई दिल्ली :- केंद्र सरकार ने खाद्य तेल संगठनों को निर्देश दिया है कि वह Global बाजारों में खाद्य तेल कीमतों में आई गिरावट के अनुरूप यहाँ प्रमुख खाद्य तेलों के अधिकतम खुदरा मूल्य में तत्काल कमी करें. संजीव चोपड़ा की अध्यक्षता में हुई उद्योग प्रतिनिधियों की बैठक के बाद खाद्य मंत्रालय ने कहा कि जिन कंपनियों ने अपनी कीमतें कम नहीं की है तथा जिन कंपनियों का MRP अन्य ब्रांडों की तुलना में अधिक है उन्हें जल्द से जल्द अपनी कीमतें कम करने की सलाह दी जाती है.
खाद्य मंत्रालय का बयान
खाद्य मंत्रालय ने कहा है कि खाद्य तेल कीमतों में कटौती की गई है तथा खाद्य तेल उद्योग कीमतों में और भी कटौती कर सकता है. इसके साथ ही खाद्य मंत्रालय ने बताया कि अब उपभोक्ताओं को कम कीमत पर खाद्य तेल उपलब्ध कराया जाएगा. खाद्य तेलों की कीमतें में आई कमी से महंगाई को कम करने में भी सहायता मिलेगी.
उपभोक्ताओं को मिलेगा फायदा
खाद्य मंत्रालय के बयान के अनुसार सभी विनिर्माता और रिफाइंरीयों द्वारा वितरकों को दी जाने वाली कीमतों को जल्द से जल्द कम करने की आवश्यकता है, ताकि कीमतों का असर साफ तौर पर दिखाई देने लगे. इसके साथ ही कहा गया कि जब भी रिफाइंरियों द्वारा वितरकों को कम कीमत पर तेल दिया जाता है तो वह लाभ उपभोक्ताओं तक भी पहुंचना चाहिए. इसके लिए मंत्रालय को नियमित आधार पर सूचित किया जाना चाहिए.
तेल की कीमत में आई 8- 10 रूपये की गिरावट
गौरतलब है कि वैश्विक बाजारों में खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है. अतः खाद्य मंत्री ने कहा है कि इस गिरावट का लाभ उपभोक्ताओं तक जल्द से जल्द पहुंचाया जाए. इसके लिए मंत्रालय ने कहा है कि प्रमुख खाद्य तेल संगठनों को सलाह दी जाती है कि वह जल्द से जल्द सुनिश्चित करें कि प्रमुख खाद्य तेलों के अधिकतम खुदरा मूल्य ( MRP ) को तत्काल 8 से 12 रूपये प्रति लीटर कम किया जाए.
जून 2022 से तेल की कीमत में आ रही गिरावट
साल 2021 – 22 के दौरान उच्च लागत सहित भू राजनीतिक कारणों से खाद्य तेलों की अंतरराष्ट्रीय तथा घरेलू कीमतें बहुत ज्यादा थी. अंतरराष्ट्रीय बाजार में जून 2022 के बाद लगातार खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है. तेल उद्योगों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पिछले 2 महीनों में विभिन्न खाद्य तेलों की वैश्विक कीमतों में 150 से 200 अमेरिकी डॉलर प्रति टन की गिरावट रही है तथा उन्होंने MRP भी घटा दिया है.
तेल की कीमतों में गिरावट का कारण
खाद्य तेलों की कीमतों में आई कमी का कारण अंतरराष्ट्रीय खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट तथा खाद्य तेलों पर लगने वाले आयात शुल्क को कम किया जाना है. खाद्य मंत्रालय ने कहा कि उद्योगों को यह सुनिश्चित करने की सलाह दी गई थी कि अंतरराष्ट्रीय कीमतों में गिरावट का पूरा लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचाया जाए.