Electric Bus: यमुनानगर को मिलेंगी 50 इलेक्ट्रिक बसें, जगाधरी बस स्टैंड पर बनाया जायेगा हब
यमुनानगर :- समय के साथ- साथ वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है, जैसे- जैसे वाहनों की संख्या बढ़ रही है वैसे- वैसे प्रदूषण भी काफी हद तक बढ़ता जा रहा है. प्रदूषण नियंत्रण के लिए सरकार समय- समय पर विशेष उपाय कर रही है. बढ़ रहे प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए सरकार ने पेट्रोल डीजल से चलने वाले वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया है. वहीं इनके बदलें CNG और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दिया जा रहा है. हाल ही मे सरकार ने किलोमीटर Scheme लागू की है.
जिले को जल्द मिलेंगी 50 इलेक्ट्रिक बसे
सरकार ने किलोमीटर स्कीम में इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया है. इस योजना के अंतर्गत यमुनानगर जिले को 50 Electric बसें मिलेंगी. इन बसों के चार्जिंग से लेकर रिपेयर तक का खर्च डिमट कंपनी का होगा. जगाधरी Bus अड्डे की पुरानी बिल्डिंग को छोड़कर अन्य पूरा परिसर कंपनी के हवाले हो जाएगा. यहीं पर कंपनी चार्जिंग Point से लेकर कार्यालय और बसों को खड़ा करने की व्यवस्था करेंगी. कंपनी की Team ने जगाधरी बस स्टैंड का निरीक्षण भी कर लिया है.
पिछले 13 वर्षों से सिटी बसों का संचालन बंद
इलेक्ट्रिक बसो के आने से जिले को प्रदूषण से राहत मिलेगी. इन बसों की लंबाई 12 मीटर होंगी, जबकि इसमें यात्रियों के बैठने के लिए 55 सीटें होगी. एक बार Full चार्ज कर लेने के बाद ये बसे 150-200 किलोमीटर तक चल सकती हैं. इलेक्ट्रिक बस आने से City बसे भी चलने की उम्मीद है. पिछले करीब 13 वर्षों से जिले में City बसों का संचालन बंद है. फिलहाल Roadways बेड़े में 191 बसे ऑन रूट है.
आवागमन में रहेगी आसानी
इन Electric बसों के संचालन से यात्रियों को आवागमन में आसानी रहेगी, साथ ही प्रदूषण बढ़ने की समस्या में भी कमी आएगी. Roadways बेड़े में इस समय 191 बसे ऑन रूट है. रोडवेज बेड़े में इतनी बसें होने के बावजूद भी सरस्वती नगर, बिलासपुर, साढ़ोरा और जतलाना जैसे कई स्थानीय रूटों पर बसों की कमी है. रोडवेज Traffic मैनेजर संजय रावल ने बताया कि जल्द ही जिले को 50 इलेक्ट्रिक बसे मिलेंगी जिनका संचालन Private कंपनियों द्वारा किया जाएगा.