हरियाणा में बदला बिजली का टाइम टेबल, अब दिन में इतने सिर्फ इतने घंटे मिलेगी बिजली
चंडीगढ़ :- मार्च से लेकर अप्रैल के बीच का समय गांव देहात में बहुत खास होता है क्योंकि यही वो वक्त है जब गेहूं की कटाई (Wheat Harvesting Season) शुरू होती है। खेतों में पकी हुई सुनहरी बालियों को देखकर हर किसान का दिल खुशी से झूम उठता है। ये वही फसल होती है जिसके लिए किसान ने सर्दियों भर मेहनत की होती है सिंचाई, खाद, कीटनाशक और लगातार निगरानी के बाद जब गेहूं की फसल तैयार होती है तो उसका एक-एक दाना किसान के खून-पसीने का नतीजा होता है। इस वक्त खेतों में हलचल भी तेज हो जाती है कहीं ट्रैक्टर चल रहा होता है तो कहीं Combine Harvester मशीनें गेहूं काट रही होती हैं। हर किसान चाहता है कि फसल सही सलामत घर तक पहुंचे और मंडी में अच्छे रेट मिलें। लेकिन इसी वक्त एक और बड़ा खतरा मंडराता है और वो है आगजनी की घटनाएं।
फसलों को मिलेगा सेफ्टी कवच
हर साल गर्मियों की शुरुआत के साथ ही हरियाणा में खेतों में आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। अक्सर देखा गया है कि दोपहर के वक्त गर्मी ज्यादा होने के कारण बिजली के तारों से चिंगारी (Sparking) निकल जाती है और वो सीधे खेतों में लगी पकी हुई फसल को चपेट में ले लेती है। इस बार इस खतरे को भांपते हुए Dakshin Haryana Bijli Vitran Nigam (DHBVN) और Uttar Haryana Bijli Vitran Nigam (UHBVN) ने एक बहुत बड़ा और समझदारी भरा कदम उठाया है। बिजली वितरण निगमों ने गांवों में बिजली सप्लाई (Power Supply) का टाइम ही बदल दिया है ताकि दिन में बिजली बंद रहे और चिंगारी से फसल को नुकसान न पहुंचे।
नया टाइम टेबल
बिजली निगमों के आदेश के अनुसार अब 30 अप्रैल तक हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह 8 बजे से लेकर शाम 6:30 बजे तक बिजली कटौती (Power Cut) रहेगी। इसके अलावा रात में भी 12:30 बजे से 4:30 बजे तक बिजली बंद रखी जाएगी ताकि अगर कहीं से भी कोई तकनीकी खराबी हो तो उसे सुधारा जा सके और रात को भी फसल की सुरक्षा बनी रहे। ये फैसला खासकर उन इलाकों में लागू किया गया है जहां खेतों के ऊपर से बिजली की हाई टेंशन लाइनें गुजरती हैं और गर्मियों में इन तारों से Sparks निकलने का खतरा ज्यादा रहता है।
किसानों ने बताया फायदेमंद कदम
गांवों में रहने वाले किसानों और ग्रामीण लोगों ने बिजली निगम के इस फैसले का दिल से स्वागत किया है। उनका कहना है कि पिछले कुछ सालों में फसल के वक्त अचानक लगी आग से उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा था। लेकिन इस बार समय रहते बिजली निगम ने कदम उठाया है तो फसल को बचाना आसान होगा। एक किसान महेंद्र सिंह ने बताया हमारे यहां पिछले साल खेत में आग लग गई थी सब फसल जल गई थी। इस बार टाइम से बिजली बंद होगी तो हम भी बेफिक्र होकर कटाई कर सकेंगे। वहीं गांव की सरपंच सुनीता देवी ने कहा ये फैसला गांव वालों के हित में है। अब खेतों में सुरक्षा ज्यादा होगी और नुकसान से बचाव होगा।