Fake Currency Identity: कहीं आपकी जेब में रखा नोट नकली तो नहीं, तुरंत निकाल कर ऐसे करे चेक
नई दिल्ली, Fake Currency Identity :- आजकल बड़ी संख्या में नोटों से संबंधित धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं. लोग असली नोटों की जगह Fake नोट देकर लोगों को बङी संख्या में ठग रहे हैं. कुछ लोगों के लिए असली और नकली नोटों में अंतर करना बहुत मुश्किल हो जाता है. वही बहुत बार ऐसा होता है कि कोई हमें नकली नोट देकर चला जाता है और हम इसे बिना देखे तुरंत अपनी जेब में डाल लेते हैं. बाद में जब पता चलता है कि नोट नकली है तो हमारे पांव तले की जमीन खिसक जाती है. हाल ही में रिलीज हुई शाहिद कपूर की हालिया वेब सीरीज नकली नोटों के मुद्दे पर बनाई गई है. आइए जानते है कि जो नोट आपके पास है वह असली है या नकली.
प्रिंट की क्वालिटी और माइक्रो लेटरिंग
असली नकली नोटों की पहचान के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज प्रिंट की Quality होती है. असली भारतीय करेंसी नोटों की क्वालिटी अच्छी होती है नोट की लाइने बिल्कुल क्लियर होती हैं. जबकि नकली नोट में धुंधली रेखाएं और धब्बेदार स्याही हो सकती है. इसके अलावा भारतीय करेंसी नोट में माइक्रो लेटरिंग होती है जोकि एक छोटा सा अक्षर होता है. इसे सामान्य तरिके से नहीं देखा जा सकता बल्कि मैग्नीफाइंग ग्लास के नीचे देखा जा सकता है. नकली नोटों पर माइक्रो अक्षर साफ- सुथरे दिखाई नहीं देते बल्कि धुंधले धुंधले नजर आते हैं. वही असली नोटों पर माइक्रो अक्षर बिल्कुल साफ और स्पष्ट होते हैं.
नोट के सीरियल नंबर और कागज को फील करके
असली नोटों की पहचान के लिए कागज भी एक महत्वपूर्ण तरीका है. भारतीय नोट का कागज हाई Quality वाला होता है जिसे छूने पर एक अलग ही एहसास होता है. इसका कागज कुरकुरा टाइप का होता है. जबकि नकली नोट छूने पर चिकने महसूस होते हैं. इसके अलावा प्रत्येक भारतीय नोट के ऊपर एक विशिष्ट श्रेणी का नंबर लिखा हुआ होता है. असली नोट की पहचान करने के लिए नोट के दोनों तरफ सीरियल नंबर देखें अगर सीरियल नंबर समान है तो नोट असली होगा. वहीं इसके साइड पैनल पर छपे सीरियल नंबर भी समान होगे. यदि ऐसा नहीं है तो समझ जाइए कि आपके हाथ में नोट नकली है.
सुरक्षा धागा और सी- थ्रू रजिस्टर
भारतीय करेंसी नोट पर एक सुरक्षा धागा होता है जो कुछ नोट के अंदर तो कुछ नोट के बाहर नजर आता है. धागे को कागज में एंबेड किया जाता है, जिसमें RBI और भारतीय लिखा होता है. जब नोट को प्रकाश के सामने लाया जाता है तब यह लाइन साफ- साफ दिखाई देती है. अगर नोट में सुरक्षा धागा न हो तो समझ जाइए नोट नकली है. इसके अलावा भारतीय करेंसी नोट में एक व्यू- थ्रू रजिस्टर होता है. नोट के डोमिनेशन के एक छोटी छवि नोट के आगे और पीछे भी छपी हुई होती है. जब इसको रोशनी में लाया जाता है तो यह साफ- साफ दिखाई देते है.
वॉटरमार्क
भारतीय करेंसी के पहचान के लिए वाटरमार्क भी एक अहम निशानी है. भारतीय करेंसी नोटों पर वॉटरमार्क होता है जिसे केवल रोशनी के सामने रखने पर ही देखा जा सकता है. वाटरमार्क महात्मा गांधी का चित्र और नोट के बाई और देखा जा सकता है. सामान्य स्थिति में यह दिखाई नहीं देता इसे रोशनी की तरफ करके आसानी से देखा जा सकता है.