Farming Idea: अब गन्ने की खेती को कहे गुड बाय, इस खेती से रोजाना होगी 20 हजार की कमाई
फरीदाबाद, Farming Idea :- आज भी प्रदेश की आधी से ज्यादा जनसंख्या कृषि कार्य पर निर्भर है. कृषि के जरिए किसान स्वयं के परिवार का तो पालन पोषण करता ही है साथ में प्रदेश के लोगों का भी पेट भरता है. महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश सहित कई ऐसे राज्य हैं जहां पर गन्ने की खेती की जाती है. नगदी Crops होने के कारण किसान बड़ी संख्या में गन्ने की खेती करते हैं. अगर आप भी अच्छा खासा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो पारम्परिक खेती की बजाय बागवानी और Flowers की खेती करना शुरू कर दे.
फूलों की खेती से कमाए प्रतिदिन हजारों रुपए
आज हम आपको एक ऐसे किसान के बारे में बताएंगे जिसने पारंपरिक खेती को छोड़कर फूलों की खेती शुरू की और आज हजारों लाखों रुपए कमा रहा है. फरीदाबाद के रहने वाला किसान प्रदीप सैनी रजनीगंधा फूल की खेती कर रहा है. यह उनकी पुश्तैनी खेती है, लेकिन प्रदीप सैनी को सबसे ज्यादा फायदा सरकार द्वारा दी गई Subsidy और हॉर्टिकल्चर विभाग की तरफ से दी जा रही Subsidy से हुआ है.
1983 से कर रहे रजनीगंधा फूल की खेती
हरियाणा उद्यान निदेशालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वर्ष 1983 से प्रदीप सैनी की Family रजनीगंधा फूलों की खेती कर रही है. वहीं प्रदीप का कहना है कि Horticulture विभाग की तरफ से दी जा रही मदद से उसको काफी फायदा हो रहा है. राज्य सरकार नए किसानो को 24000 रुपए प्रति किला के हिसाब से अनुदान दे रही है. उसके गांव में आज करीब 250 से ज्यादा किसान फूलो खेती करते हैं और 20,000 से 30,000 रुपए प्रतिदिन कमाई कर लेते है.
विभाग ने जारी किया टोल फ्री नंबर
प्रदीप ने बताया कि रजनीगंधा के फूलों की खेती से वे प्रतिदिन 20,000 से 30,000 रुपए की कमाई करते हैं. वे अपनी फसल को गाज़ीपुर मंडी में बेचते है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि रजनीगंधा के फूलों की Supply थाईलैंड तक की जाती है. सरकार भी फूलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए नए किसानो को 24000 रुपए प्रति किले के हिसाब से Subsidy देती है. प्रदेश के किसान यदि किसी भी चीज के बारे में जानकारी लेना चाहते हैं तो हॉर्टिकल्चर विभाग द्वारा जारी टोल फ्री नंबर 1800-180-2021 पर संपर्क कर सकते हैं.