सफेद नहीं पीले गोबी फूल से किसान हुए मालामाल, बाजार मे खूब है डिमांड
नई दिल्ली :- अभी तक तो कन्नौज के किसान सफेद फूलगोभी करते थे, लेकिन अब किसान पीले और बैगनी फूलगोभी की फसल भी बहुत आसान तरीके से कर सकेंगे. किसान शिवपाल सिंह बताते हैं कि मार्केट में सफेद फूलगोभी की अपेक्षा बैंगनी और पीली फूल गोभी का रेट अच्छा मिलता है और देखने में भी यह सब्जी लोगों को बहुत पसंद आती है. वहीं कृषि विशेषज्ञ भी मानते हैं कि यह फसल किसानों के लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकती है, ऐसे में किसान अपनी पारंपरिक खेती के साथ अगर इन सब्जियों की खेती करेंगे तो उनको बहुत लाभ होगा.
कैसे करें बुवाई
किसानों के लिए रंगीन फूल गोभी की खेती बहुत लाभदायक होती है. रंगीन फूलगोभी की खेती के लिए ठंडी और नम जलवायु बेहतर मानी जाती है. इसकी बुवाई के लिए मिट्टी का पीएच मान 5.5 से 6.6 के बीच होना चाहिए. साथ ही खेत में अच्छी जलनिकासी होनी चाहिए. फूलगोभी की बुवाई के लिए उचित किस्म के बीज लेना चाहिए. अगेती किस्मों के लिए 600-700 ग्राम और मध्यम-पछेती किस्मों के लिए 350-400 ग्राम बीज प्रति हेक्टेयर की ज़रूरत होती है.बीजों को स्टेप्टोसाइक्लिन के घोल में 30 मिनट तक डुबाकर उपचारित करें रोपाई के लिए कतार से कतार और पौधे से पौधे की दूरी 45-45 सेंटीमीटर रखें रोपाई के बाद हल्की सिंचाई करें.खेत की हल्की मिट्टी में 5-6 दिन बाद और भारी मिट्टी में 8 दिन बाद सिंचाई करें.
क्या बोले किसान और कृषि विशेषज्ञ
लोकल 18 से बात करते हुए किसान शिवपाल सिंह बताते हैं कि सफेद फूलगोभी की अपेक्षा रंगीन फूलगोभी किसानों के लिए ज्यादा फायदेमंद साबित होती है. सफेद फूलगोभी की अपेक्षा रंगीन फूलगोभी का फूल भी बड़े साइज में होता है, साथ इसकी मार्केट में डिमांड भी ज्यादा रहती है और इसमें पोषक तत्व भी सफेद फूलगोभी की अपेक्षा ज्यादा रहते हैं. खाने में भी इसका स्वाद बहुत अच्छा रहता है. कृषि विशेषज्ञ डॉक्टर रवि शंकर मिश्रा बताते हैं कि फूलगोभी नमी वाली जगह पर करनी चाहिए. सबसे पहले ध्यान रखें कि जहां से भी बीज ले रहे हैं, बीज सबसे अच्छी क्वालिटी का होना चाहिए, जिसके बाद उसकी मानक के अनुसार रोपाई करें.