सरकार की इस नई योजना किसानों की हुई मौज, अब हर साल मिलेंगे 30000 प्रतिवर्ष रूपए
नई दिल्ली :- सरकार द्वारा बैलों से कृषि करने पर आर्थिक रूप से सहायता की जाएगी, इस योजना का उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करना है किसानों द्वारा बैलों से खेती करने पर प्रोत्साहन के रूप में ₹30000 की राशि प्रतिवर्ष दी जाएगी। इस योजना की घोषणा मुख्यमंत्री बजट घोषणा 2025-26 में की गई है यह प्रदेश के निम्न वर्ग के किसानों के लिए लाभदायक साबित होगी, वर्तमान समय में कृषि के क्षेत्र में आधुनिक यंत्रों और ट्रैक्टर आने के बाद बैलों से खेती करना बंद कर दिया गया है जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा इस योजना को प्रारंभ किया गया है।
कृषकों को प्रतिवर्ष मिलेंगे ₹30000
राज्य सरकार द्वारा गोवंश पालन एवं जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए नई योजना को शुरू किया गया है आधुनिक तकनीक के कारण लोगों द्वारा बालों से खेती करना बिल्कुल बंद कर दिया गया है जिसके कारण छोटे किसान काफी प्रभावित हुए हैं क्योंकि आधुनिक साधनों का उपयोग करके खेती करने पर लागत अधिक आती है। बैलों से खेती करने पर उनके लालन पोषण हेतु सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी एवं रासायनिक खाद्य की बजाय प्राकृतिक खाद्य मिलने के कारण भी खेती में खर्च कम आएगा, रासायनिक उर्वरकों का उपयोग कम होने के कारण पर्यावरण को फायदा एवं बीमारियां कम होगी।
योजना का उद्देश्य
- इस योजना से पारंपरिक खेती को बढ़ावा मिलेगा।
- किसान को आर्थिक रूप से मजबूत करना।
- जैविक खेती को बढ़ावा देना।
- किसानों को गोपालन की ओर आकर्षित करना।
जिससे बैलों का उपयोग बढ़ने से गोवंश का संरक्षण होगा एवं सड़कों पर आवारा पशुओं की संख्या कम होगी।
पात्रता:- यह योजना राजस्थान के किसानों के लिए चलाई जा रही है इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए निम्न मापदंड निर्धारित किए गए हैं।
- किसान के पास एक जोड़ी कृषि कार्य करने के लिए बैल होने चाहिए
- तहसीलदार से प्रमाणित लघु सीमांत किसान प्रमाण पत्र
- बैलों की उम्र 25 वर्ष से कम होनी चाहिए।
- पशु बीमा
- जनजाति बाहुल्य वाले क्षेत्रों में राज्य सरकार के अधिकारी द्वारा प्राप्त वन अधिकार पट्टे।
- जिसमें कृषक के भूमि का स्थान क्षेत्रफल, अक्षांश एवं देशांतर अंकित होना चाहिए।
Agricultural Business Schemes का लाभ प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेज
इस योजना के तहत अनुदान राशि प्राप्त करने के लिए किसान पास निम्नलिखित आवश्यक दस्तावेज़ होने चाहिए।
- बैलों के मालिक होने का प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- बैंक खाते का विवरण
- निवास प्रमाण पत्र
- जमाबंदी:- जिसमें कृषक का नाम होना चाहिए।
आवेदन फॉर्म कैसे भरें?
बैलों द्वारा खेती करने पर राजस्थान के किसानों को ₹30000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी जिसका आवेदन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:-
1. ऑनलाइन आवेदन
- राजस्थान सरकार के कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या राज्य किसान साथी पोर्टल पर जाना है।
- वहां पर आवेदन फॉर्म भरना है।
- जिसमें मांगी गई जानकारी आवश्यक दस्तावेजों से संबंधित अपलोड करनी है
- आवेदन पूर्ण रूप से भर लेने के बाद सबमिट कर देना है।
2. ऑफलाइन आवेदन:- किसान अपने नजदीकी कृषि विभाग के कार्यालय में जाकर ऑफलाइन तरीके से भी आवेदन कर सकते हैं।
- इसके लिए उन्हें आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन पत्र को ऑफलाइन तरीके से जमा करवाना होगा।
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एवं इसके साथ ही ई-मित्र केंद्र पर जाकर भी आवेदन फॉर्म भर सकते हैं।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
सरकार द्वारा गौशालाओं और नंदी शालाओं में अनुदान की राशि को भी बढ़ाया गया है, जिसके कारण गोवंश को संरक्षण मिलेगा। इसके साथ-साथ कृषि विभाग ने सभी जिलों के कृषि अधिकारियों को गांव में जाकर किसानों से बैलों की जानकारी प्राप्त करने हेतु निर्देश दिए हैं। किसानों को सलाह दी जाती है कि इस योजना का आवेदन फॉर्म भरने से पहले वह नजदीकी कृषि विभाग केंद्र पर जाकर आवश्यक जानकारी प्राप्त करें।