नई दिल्ली
आपकी गाय-भैंस को पिलाइए आपके घर में रखा ये 200 ML तेल, एक सप्ताह में दूध रखने के लिए कम पड़ जाएंगे घर के बर्तन
नई दिल्ली :- भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन एक लोकप्रिय बिजनेस है, जिससे किसान अच्छा मुनाफा कमाते हैं, लेकिन पशुओं की सही देखभाल न होने से दूध उत्पादन प्रभावित होता है. दूध, दही, पनीर और घी जैसे उत्पादों की मांग अधिक है, इसलिए पशुओं का स्वस्थ रहना आवश्यक है. स्वस्थ पशुओं के लिए पोषक तत्वों से भरपूर आहार जरूरी है.
200 ML से अधिक मात्रा से बचें
सरसों के तेल में वसा होती है, जो पशुओं को तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है. पशुपालन वैज्ञानिक डॉ. आनंद सिंह के अनुसार, गर्मी में लू से बचाने या ठंड में गर्माहट के लिए 100-200 ML तेल दें. बीमार या कमजोर पशुओं को यह तेल देने से वे जल्दी ठीक होते हैं. रोजाना तेल न दें और 200 ML से अधिक मात्रा से बचें. गैस की समस्या में 400-500 ML दिया जा सकता है. बता दें कि सरसों का तेल पाचन तंत्र सुधारकर दूध उत्पादन बढ़ाता है.