अटारी बॉर्डर पर रिट्रीट सेरेमनी में नहीं खोले गेट, BSF जवानों ने पाक रेंजर्स से नहीं मिलाया हाथ
नई दिल्ली :- पहलगाम में हुए आतंकी हमले का असर अटारी बॉर्डर की रिट्रीट सेरेमनी पर साफ नजर आया। जहां सामान्य दिनों में लगभग 20,000 लोग समारोह का हिस्सा बनते थे, वहीं गुरुवार को यह संख्या घटकर मात्र 10,000 रह गई। हालांकि, जो लोग पहुंचे, उनके जोश और देशभक्ति में कोई कमी नहीं दिखी। सभी ने हाथों में तिरंगा लेकर ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए।
सेरेमनी में कम भीड़, लेकिन उत्साह बरकरार
पंजाब पुलिस में प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण माहल ने जानकारी दी कि गुरुवार को पाकिस्तान से 105 भारतीय नागरिक स्वदेश लौटे, जबकि 28 पाकिस्तानी नागरिक वापस अपने देश रवाना हुए। कम भीड़ के कारणों पर अरुण माहल ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद लोगों के मन में असुरक्षा का भाव है, लेकिन इसके बावजूद जो लोग पहुंचे, उनका जोश काबिले तारीफ रहा।
हजारों पाकिस्तानी अभी भी भारत में
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, फिलहाल भारत में लगभग 6,000 से 7,000 पाकिस्तानी नागरिक मौजूद हैं, जबकि पाकिस्तान में 2,500 से 3,000 भारतीय नागरिक मौजूद हैं। आतंकी घटना के बाद भारत सरकार ने ऐहतियातन अटारी बॉर्डर को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।
48 घंटे में लौटने के निर्देश
सरकार की ओर से जारी निर्देश के तहत, भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने को कहा गया है। कई पाकिस्तानी नागरिक जो पारिवारिक संबंधों या व्यक्तिगत कारणों से भारत आए थे, अब जल्दबाजी में अपने वतन लौट रहे हैं।
पाकिस्तानी नागरिक ताहिर की प्रतिक्रिया
भारत से लौट रहे पाकिस्तानी नागरिक ताहिर ने कहा, “मौजूदा हालातों की वजह से हमें अचानक लौटना पड़ रहा है। भारत सरकार ने हमें 48 घंटे का वक्त दिया है और हमें उसी का पालन करना होगा।” हालात भले तनावपूर्ण हों, लेकिन अटारी बॉर्डर पर रिट्रीट सेरेमनी में पहुंचने वाले लोगों के चेहरे पर देश के प्रति गर्व और विश्वास साफ झलक रहा था।