Gehu Mandi Bhav: मंडियों में शुरू हुई गेंहू की बंपर आवक, आगे इतने हजार तक जा सकते है भाव
नई दिल्ली :- पूरे देशभर में गेंहू की कटाई का कार्य चल रहा है। वहीं एमपी की कई मंडियों में भी बंपर आवक हो रही है। बंपर आवक के चलते इनके भाव में गिरावट देखने को मिल रही है। बताते चले की अभी हाल ही में मौसम गर्म रहने के कारण गेहूं उत्पादन प्रभावित होने की आशंका व्यक्त की जा रही थी, परन्तु अब पुनः ठंडक के कारण बेहतर उतादन की उम्मीद है। केन्द्र सरकार ने भी इस वर्ष देश में गेहूं उत्पादन बढ़ने का अनुमान लगाया है। सीजन के पहले मंडियों में गेंहू के भाव 2200 से लेकर 3200 रूपये क्विंटल तक बने हुए थे। लेकिन अब मंडियों में गेंहू का भाव 3000 रूपये क्विंटल तक आ गए है। ऐसे में यह जानना जरूरी है की, क्या भाव में अभी ओर गिरावट देखने को मिल सकती है? और दूसरी ओर क्या एमएसपी पर खरीद के लिए पंजीयन करवाना चाहिए? आइए आर्टिकल में विशेषज्ञों से जानते है

बिक्री बढ़ाने के लिए OMSS बेच रही ज्यादा गेहूं |
विशेषज्ञ अजय गोयल का कहना है कि कुछ मंडियों में गेहूं की सप्लाई तेज हो गई है। एमपी, यूपी, पंजाब, हरियाणा में गेहूं के दाम अब भी ऊपर हैं, जबकि इन राज्यों में गेहूं की कटाई शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि सप्लाई बढ़ने पर गेहूं की कीमतों में गिरावट आएगी। सरकार ने OMSS के जरिए गेहूं की बिक्री बढ़ाने के लिए ज्यादा माल बेच रही है, लेकिन हर बार की तरह पूरी की पूरी खेप बिक जा रही है। 5 लाख टन गेहूं की बिक्री के लिए आई। 4.98 लाख टेन गेहूं की बिक्री हुई। पहले 4 लाख टन ब्रिकी के लिए आती थी। कीमतों में तेजी के कारण ज्यादा बिक्री हुई। जिसके कारण गेहूं की कीमतों में भी गिरावट आई। OMSS में गेहूं के दाम पर नजर डालें तो झारखंड में फरवरी को OMSS में गेहूं के दाम 2790-3107 रुपये प्रति क्विंटल पर थे। जबकि उत्तराखंड में 2724-3029 रुपये प्रति क्विंटल, असम में 2703-3270 रुपये प्रति क्विंटल, पश्चिम बंगाल में 2690-3100 रुपये प्रति क्विंटल, ओडिशा में 2609-3056 रुपये प्रति क्विंटल पर थे।
इस बार गेंहू का बंपर उत्पादन
बताते चलें कि हाल ही में सरकार ने गेहूं बढ़ती कीमतों को देखते हुए स्टॉक लिमिट को घटाया। सरकार ने गेहूं की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए स्टॉक लिमिट कड़ी की है, जबकि दूसरी ओर इस बार गेंहू के बंपर उत्पादन से भाव में तेज गिरावट देखने को मिल सकती है। गौरतलब हो कि देश के कई राज्यों में तापमान बढ़ने लगा थी। जिसके बाद गेहूं के किसानों को उत्पादन में गिरावट की आशंका सताने लगी थी। इस रबी सीजन में देश में गेहूं की बोनी 324 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में हुई है, वहीं म.प्र. में भी गेहूं का रकबा 94 लाख हेक्टेयर को पार कर गया है।
क्या गेंहू की कीमतों में आयेगी गिरावट, अब आगे क्या ?
WPPS के चेयरमैन अजय गोयल का कहना है कि मंडियों में गेहूं की बंपर आवक शुरू हो चुकी है। एमपी, यूपी, पंजाब, हरियाणा में गेहूं के दाम अब भी ऊपर हैं। इन राज्यों में गेंहू की कटाई चल रही है। उन्होंने कहा कि जैसे जैसे मंडियों में गेंहू की सप्लाई बढ़ेगी वैसे वैसे गेहूं के भाव में भी गिरावट देखने को मिलने वाली है।
क्या किसानों को गेंहू उपार्जन के पंजीयन करवाना चाहिए ? या मंडी में ही बेचे
इधर मध्य प्रदेश में चालू रबी सीजन 2024-25 में 140 लाख हेक्टेयर में बोनी हुई है। इसमें राज्य की प्रमुख फसल गेहूं की बोनी 94.34 लाख हेक्टेयर में हो गई है। राज्य में 31 मार्च तक गेहूं किसानों का पंजीयन किया जाएगा, जबकि एमएसपी पर खरीदी 15 मार्च से प्रारंभ हो गई है। राज्य सरकार इस वर्ष गेहूं के न्यनतम समर्थन मूल्य 2425 में 175 रु. प्रति क्विंटल बोनस दे रही है, अर्थात् 2600 रु. प्रति क्विंटल पर किसानों से गेहूं खरीदा जाएगा। इसके साथ ही राजस्थान सरकार गेहूं के खरीद पर 150 रपए प्रति क्विंटल का बोनस दे रही है। मडियों में अभी अच्छी क्वालिटी का गेंहू 3000 रूपये क्विंटल तक के भाव पर बिक रहा है। बाजार भाव 2500 से 2700 रूपये क्विंटल तक ही है। लेकिन आपको बताते है मंडियों में गेंहू की आवक शुरू होते ही भाव में नरमी आने लग गई है। ऐसे में यदि आपके पास नॉन चपाती गेहूं (ड्यूरम गेहूं) है तो, उसे एमएसपी पर बेच सकते है। इसके अलावा अच्छी क्वालिटी का गेंहू (जो खाने योग्य है) उसे मंडियों में बेच सकते है।
एमपी की मंडियों में गेंहू का भाव
- आलोट मंडी 2321 से 2661 रूपये क्विंटल।
- पचोर मंडी 2050 से 2650 रूपये क्विंटल।
- खुजनेर मंडी 2150 से 2505 रूपये क्विंटल।
- आगर मालवा मंडी 2069 से 2800 रूपये क्विंटल।
- आष्टा मंडी : सुजाता 3310 से 3841, लोकवन 2740 से 2895, पूर्णा 2650 से 2987, मालवराज 2253 से 2552, मिल 2575 से 2590 रूपये क्विंटल। : Wheat Mandi Price
- करही मंडी 2400 से 2650 रूपये क्विंटल।
- बीना मंडी 2210 से 2990 रूपये क्विंटल।
- विदिशा मंडी 2100 से 3100 रूपये क्विंटल।
- गंजबासौदा मंडी : शरबती 2800 से 3910, पूर्णा 2271 से 3011, मालवराज 2326 से 2550 रूपये क्विंटल।
- सीहोर मंडी : शरबती 2900 से 3901, लोकवन 2500 से 2710, मालवराज 2395 से 2516, मिल क्वालिटी 2200 से रूपये क्विंटल। : Wheat Mandi Price
- राजगढ़ मंडी 2340 से 2840 रूपये क्विंटल।
- राजगढ़ उपमंडी 2340 से 2840 रूपये क्विंटल।
- देवास मंडी 2200 से 2840 रूपये क्विंटल।
- रतलाम मंडी : लोकवन 2605 से 3250, मिल एवं मालवराज 2348 से 2590 रूपये क्विंटल।
- नामली उपमंडी लोकवन 1931 से 2601 रूपये क्विंटल।
- खरगोन मंडी 2350 से 2657 रूपये क्विंटल।
- धामनोद मंडी 2451 से 2610 रूपये क्विंटल।
- सांवेर मंडी 2386 से 2621 रूपये क्विंटल। : Wheat Mandi Price
- मनावर मंडी 2500 से 2600 रूपये क्विंटल।
- बुरहानपुर मंडी 2415 से 2669 रूपये क्विंटल।
- जावरा मंडी 2500 से 3251 रूपये क्विंटल।
- कालापीपल मंडी 2315 से 2641 रूपये क्विंटल।
- शाजापुर मंडी 2100 से 2800 रूपये क्विंटल।
- बदनावर मंडी 2290 से 2915 रूपये क्विंटल।
- सोनकच्छ मंडी 2210 से 2690 रूपये क्विंटल।
- सागर मंडी 2120 से 2500 रूपये क्विंटल।
- खंडवा मंडी 2101 से 2556 रूपये क्विंटल।
- शुजालपुर मंडी 2300 से 2658 रूपये क्विंटल।
- उज्जैन मंडी 2215 से 3081 रूपये क्विंटल।
- धार मंडी 2125 से 3066 रूपये क्विंटल।
- सैलाना मंडी 2261 से 3225 रूपये क्विंटल।
- पिपरिया मंडी 2318 से 3150 रूपये क्विंटल। : Wheat Mandi Price
- नागदा मंडी 2225 से 2900 रूपये क्विंटल।
- लटेरी मंडी : शरबती 3600 से 3930, मालवा/तेजस/मिल 1700 से 2880 रूपये क्विंटल।