देवी माता के श्रदालुओ के लिए दी खुशखबरी, अब सिर्फ मिनटों में पहुंच सकेंगे वैष्णो देवी मंदिर
नई दिल्ली:- अगर आप भी वैष्णो देवी जाने की सोच रहे हैं तो अब से वैष्णो देवी जाने में बहुत ही कम समय लगेगा. सरकार द्वारा साल 2018 में मंदिर तक जाने के लिए एक नए रास्ते का उद्घाटन किया गया था. इसके अलावा साल 2020 में Delhi से कटरा तक वंदे भारत एक्सप्रेस भी शुरू की गई थी. वैष्णो देवी में अब रोप-वे के बन जाने के बाद अब श्रद्धालुओं का ना सिर्फ Time बचेगा बल्कि यह विकल्प खच्चर या हेलीकॉप्टर की तुलना में आप सबके लिए बहुत सस्ता भी होगा.
Mata Vaishno Devi mandir जाना होगा आसान
हिंदू मान्यताओं के अनुसार जम्मू में स्थित माता वैष्णो देवी का मंदिर बहुत ही पवित्र स्थल है. हर साल लाखों की संख्या में भगत मां के दर्शन के लिए वैष्णो देवी जाते हैं. यह मंदिर बहुत ऊंचाई पर स्थित है. इसलिए जो बुजुर्ग या अक्षम हैं उनको बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उनके लिए या तो खच्चर या फिर हेलीकॉप्टर की सुविधा दी जाती है. यह सब श्रद्धालुओं के लिए बहुत महंगा हो जाता है. इसलिए कई वर्षों से मां वैष्णो देवी के मंदिर में रोप-वे के निर्माण की मांग उठाई जा रही है.
250 करोड़ की आएगी लागत
250 करोड रुपए की लागत से सरकार ने रोप-वे निर्माण का प्रोजेक्ट शुरू कर दिया है. 2022 के साल में लगभग 91 लाख श्रद्धालु माता के दर्शन करने पहुंचे थे. इनमें से अधिकतर लोग त्रिकुट पहाड़ पर स्थित मंदिर तक पहुंचने के लिए 12 किलोमीटर लंबी ट्रक से गए थे.
2.4 Km लंबा होगा रोप-वे
जो श्रद्धालु पैदल यात्रा से भवन तक नहीं पहुंच पाते हैं वह पिट्ठू या खच्चर का सहारा लेकर मंदिर तक पहुंचते हैं. यह श्रद्धालुओं के लिए बहुत महंगा पड़ता है इसलिए हर कोई इसका उपयोग नहीं कर पाता वैष्णो देवी में शुरुआत में 12 किलोमीटर का रास्ता पैदल तय करने और फिर वापस आने में 1 दिन का वक्त लग जाता है. लेकिन अब रोप-वे के कारण यह प्रक्रिया कुछ ही मिनटों की रह जाएगी. यह रोप-वे 2.4 किलोमीटर लंबा होगा और इसके लिए RITIES यानी रेलवे इंडिया टेक्निकल एंड इकोनामिक सर्विस ने बोली मांगी है.
6 मिनट में पूरा होगा सफर
इस रोप-वे की सहायता से माता के दरबार तक पहुंचने में केवल 6 मिनट लगेंगे, जबकि अभी 5 घंटे में यह सफर पूरा होता है. इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में लगभग 3 साल लग जाएंगे. रोप-वे कटरा के ताराकोट बेस कैंप से शुरू होकर मंदिर के पास सांझी छत तक बनाया जाएगा. यह रोप-वे गोंडोला केबल कार सिस्टम से लैस होगा. इसको एरियल रोप-वे भी कहते हैं. इसमें तारों पर एक केबिन पहाड़ों के बीच एक दूसरी जगह पर यात्रा करता है. गोंडोला केबल कार में इस व्यवस्था में तार को डबल किया जाएगा.
श्रद्धालुओं के समय और पैसा दोनों में होगी बचत
रोप-वे के शुरू हो जाने के बाद श्रद्धालुओं को बहुत ही कम समय में माता के दर्शन हो जाएंगे. यह रोप-वे श्रद्धालुओं के टाइम में बचत करेगा और साथ-साथ यह विकल्प खच्चर या हेलीकॉप्टर की तुलना में काफी सस्ता भी होगा. साल 2018 में पीएम नरेंद्र मोदी ने मंदिर तक जाने के लिए एक नए रास्ते का उद्घाटन किया था और साथ ही 2020 में दिल्ली से कटरा तक वंदे भारत एक्सप्रेस भी शुरू की गई थी.