एक या दो बच्चों वाली महिलाओ के लिए आई बड़ी खुशखबरी, अब सरकार देगी 11,000 की आर्थिक सहायता
नई दिल्ली :- महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उनके जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए सरकार समय-समय पर विभिन्न योजनाएं शुरू करती है। ऐसी ही एक योजना के तहत गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को ₹11,000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस लेख में हम इस योजना की पात्रता, लाभ, आवेदन प्रक्रिया और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों पर चर्चा करेंगे।
विवरण | जानकारी |
योजना का नाम | प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) |
शुरू होने का वर्ष | 2017 |
लाभार्थी | गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं |
सहायता राशि | ₹11,000 |
किश्तों की संख्या | 3 |
आवेदन का तरीका | ऑनलाइन और ऑफलाइन |
आवश्यक दस्तावेज | आधार कार्ड, बैंक पासबुक, MCP कार्ड |
कार्यान्वयन मंत्रालय | महिला एवं बाल विकास मंत्रालय |
इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना और उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर को बेहतर बनाना है। यह योजना खासतौर पर गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए बनाई गई है ताकि वे अपने और अपने बच्चे की देखभाल बेहतर तरीके से कर सकें।
- कुल ₹11,000 की आर्थिक सहायता तीन किश्तों में प्रदान की जाती है।
- पहली किश्त ₹3,000 गर्भावस्था के पंजीकरण पर।
- दूसरी किश्त ₹3,000 गर्भावस्था के 6 महीने पूरे होने पर।
- तीसरी किश्त ₹5,000 बच्चे के जन्म के पंजीकरण और पहले टीकाकरण चक्र पर।
इस योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं को निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा:
- आयु सीमा: महिला की उम्र 19 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
- पहला जीवित बच्चा: यह सुविधा केवल पहले जीवित बच्चे के लिए उपलब्ध है।
- आर्थिक स्थिति: वार्षिक आय ₹8 लाख से कम होनी चाहिए।
- सरकारी नौकरी: किसी सरकारी संस्थान या PSU में नियमित रोजगार नहीं होना चाहिए।
- अन्य योजनाओं से जुड़ाव: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना या मनरेगा जॉब कार्ड धारक महिलाएं भी आवेदन कर सकती हैं।
योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड
- बैंक खाता पासबुक
- राशन कार्ड (यदि उपलब्ध हो)
- आय प्रमाण पत्र
- मनरेगा जॉब कार्ड (यदि लागू हो)
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का प्रमाण (यदि लागू हो)
- आयुष्मान भारत कार्ड (यदि लागू हो)
- गर्भावस्था पंजीकरण का प्रमाण
- नवजात शिशु का जन्म प्रमाण पत्र
- टीकाकरण का प्रमाण पत्र
सरकार ने इस योजना के लिए एक आधिकारिक पोर्टल तैयार किया है। ऑनलाइन आवेदन करने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाएं:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- ‘सिटिजन लॉगिन’ पर क्लिक करें और रजिस्टर करें।
- अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें और OTP से वेरिफाई करें।
- आवश्यक जानकारी भरें और दस्तावेज अपलोड करें।
- फॉर्म सबमिट करें।
यदि किसी महिला को ऑनलाइन आवेदन करने में कठिनाई होती है, तो वह निकटतम आंगनवाड़ी केंद्र में जाकर ऑफलाइन आवेदन कर सकती है। इसके लिए:
- संबंधित अधिकारी से आवेदन पत्र प्राप्त करें।
- सभी जरूरी जानकारी और दस्तावेज संलग्न करें।
- भरे हुए फॉर्म को जमा करें।
- योजना के लिए केवल पात्र महिलाएं ही आवेदन कर सकती हैं।
- दस्तावेज सही और वैध होने चाहिए, अन्यथा आवेदन अस्वीकार किया जा सकता है।
- ऑनलाइन आवेदन करते समय OTP लॉगिन अनिवार्य है।
- ऑफलाइन आवेदन करते समय सभी प्रमाण पत्रों की फोटोकॉपी संलग्न करें।
यह योजना न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचने और संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए भी प्रोत्साहित करती है। इसके अलावा:
- मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को कम करने में मदद मिलती है।
- नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य और पोषण स्तर में सुधार होता है।
- महिलाओं को नियमित स्वास्थ्य जांच और टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जाता है।
यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की वास्तविकता जांचने के लिए आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करना आवश्यक है। यदि आपको इस योजना से संबंधित कोई संदेह हो तो निकटतम सरकारी कार्यालय या आंगनवाड़ी केंद्र से संपर्क करें।