Gurugram News: गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस का सराहनीय कार्य, मरीज को नया जीवन देने के लिए सिर्फ 6 मिनट मे पहुंचाई एम्बुलेंस
गुरुग्राम :- आज अधिकतर लोगो की इच्छा होती है कि वह अपनी मृत्यु के बाद अपने अंगों को Donate करें ताकि उससे किसी अन्य नागरिको की जान बचाई जा सके. अंग प्रत्यारोपण का समय Limited होता है, इसके बाद अंग निष्क्रिय हो जाते हैं. रविवार को गुरुग्राम ट्रेफिक पुलिस ने Lungs ट्रांसप्लांट के लिए ग्रीन कोरिडोर बनाया. जिसकी वजह से गुरुग्राम- दिल्ली बोर्डर से मेदांता अस्पताल तक एंबुलेंस ने 12 किलोमीटर की दूरी महज 6 मिनट में तय की.
अंग प्रत्यारोपण की होती है समय सीमा
जानकारी के लिए बता दे कि किसी भी व्यक्ति के अंग प्रत्यारोपण की समय सीमा 7 से 8 घंटे तक होती है. इसके बाद अंग काम करना बंद कर देता है. इसलिए जितनी जल्दी हो सके अंग प्रत्यारोपण का कार्य किया जाना चाहिए, परंतु अत्यधिक यातायात और भीड़ भाड़ होने के कारण एंबुलेंस ट्रैफिक में फस जाती है और समय पर Hospital नहीं पहुंच पाती. परंतु अब गुरुग्राम- दिल्ली बॉर्डर से मेदांता अस्पताल तक ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से आधे समय में पहुंचा जा सकेगा.
ट्रैफिक बनती थी सबसे बड़ी परेशानी
Traffic पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि Traffic होने के कारण बहुत बार अंगों को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सकता था. पुलिस अधिकारियों के लिए यह एक बहुत बड़ी चुनौती होती थी, कि कैसे समय पर अंग को Hospital तक पहुंचाए. आप ये लेख KhabriExpress.in पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है मुझे कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.
12 किलोमीटर की दूरी तय होगी केवल 6 मिनट में
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ग्रीन कॉरिडोर की मदद से Lungs को केवल 6 मिनट में 12 किलोमीटर की दूरी तय करके Hospital तक लाया गया. इससे पहले इस दूरी को तय करने में 15 से 20 मिनट का समय लग जाता था. वहीं उन्होंने बताया कि गुरुग्राम ट्रेफिक पुलिस ने दिल्ली पुलिस के साथ समन्वय किया हुआ है, ताकि समय पर अंगों की डिलीवरी की जां सके, और मरीज की जान बचाई जा सके.