Haryana Cycle Man: हरियाणा के सुभाष चंद्र ने रिटायरमेंट ले साइकिल से नाप दिए भारत के 22 राज्य, नेपाल में भी 23000 किलोमीटर चलाई साइकिल
हिसार :- जल ही जीवन है यह कहावत तो आपने सुनी ही होगी. पिछले कई वर्षों से इस कहावत के जरिए लोगों से जल बचाने की अपील की जाती रही है. जितनी तेजी से भू- जल स्तर गिरता जा रहा है, इसे देखते हुए लग रहा है कि भविष्य में जल संकट उत्पन्न हो सकता है. MP की धर्म नगरी उज्जैन मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘अटल जल योजना’ की शुरुआत की थी. इस योजना से हरियाणा के सुभाष चंद्र बिश्नोई इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने जल बचाने का प्रण लिया.
22 राज्यों का सफर किया तय
सुभाष चंद्र बिश्नोई नें सरकार की इस योजना से प्रेरित होकर साइकिल के द्वारा देश के 22 राज्यों का सफर तय किया. उन्होंने अपनी साइकिल पर झंडे से लेकर तख्तियां लगाई और रिटायरमेंट की उम्र को पीछे छोड़कर इतना लंबा सफर अकेले तय करने की ठानी. सुभाष चंद्र बिश्नोई हरियाणा के एग्रीकल्चर Department में नौकरी करते थे यहां से रिटायर्ड होने के बाद उन्होंने ग्राउंड वाटर कंजर्वेशन के लिए खुद को डेडीकेट कर दिया. वह साइकिल के द्वारा अलग-अलग शहरों में जाकर जल संरक्षण के लिए लोगों को प्रेरित कर रहे हैं.
वर्षों से जमीन पर के लिए कर रहे काम
सुभाष चंद्र बिश्नोई नें अपने विचार साझा करते हुए बताया कि वह जमीन के लिए काम करते रहे है और आज भी जमीन को बचाने में लगे हुए हैं. अभी तक उन्होंने 22 राज्य और नेपाल में साइकिल से यात्रा कर चुके हैं. Cycle से चलते चलते वह रास्ते में आने वाले गांव और शहरों में लोगों को Water संरक्षण के लिए प्रेरित करते हुए चल रहे हैं. इसके अलावा वह स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को भी जल बचाने का संदेश देते है.
यात्रा रहेगी जारी
हरियाणा के हिसार जिले में एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट में काम करने वाले सुभाष चंद्र बिश्नोई ने बताया कि प्रधानमंत्री अटल योजना के तहत उन्होंने जल संरक्षण के लिए 27 जनवरी 2021 से यात्रा शुरु की थी. अब तक वह साइकिल के द्वारा 23000 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर चुके हैं. वह प्रत्येक राज्य के करीब 12 से 15 जिलो को Cover कर रहा है. वह नेपाल के 3 राज्य बागमती, जनकपुरधाम और प्रांत नंबर 2 में साइकिल यात्रा पूरी कर चुका है. आगे उन्होंने कहा कि यह यात्रा अभी समाप्त नहीं हुई है यात्रा अभी भी आगे जारी रहेगी.