Haryana News: 72 की उम्र में हरियाणा के ताऊ ने किया कमाल, दो प्रतियाेगिताओं में जीते 11 स्वर्ण पदक
चरखी दादरी :- आपने कहावत सुनी होगी कि मेहनत और प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती. आज इस कहावत को हरियाणा के रामकिशन शर्मा और मास्टर चांद सिंह अहलावत ने सच करके दिखाया है. बता दे कि रामकिशन ने 72 साल की उम्र में लगातार दो प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर 11 Gold Medal मेडल जीते और 83 वर्षीय मास्टर चांद सिंह ने तीन गोल्ड मेडल जीतने के साथ ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड कायम किया.
नेशनल एथलेटिक्स प्रतियोगिता में जीते 7 गोल्ड मेडल
एथलीट रामकिशन शर्मा मूल रूप से भंडवा निवासी है, परंतु अभी वह काफी समय से चरखी दादरी के बाढड़ा में रह रहे हैं. वह कई सालों से प्रदेश से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक की प्रतियोगिताओं में मेडल जीतकर अपनी कभी न मिटने वाली छाप छोड़ चुके हैं. गुरुग्राम के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में 25 से 29 May तक आयोजित नेशनल एथलेटिक्स प्रतियोगिता में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और 7 Gold Medal जीते.
अब विदेशी धरती पर लहराएंगे तिरंगा
ये 7 गोल्ड मेडल उन्होंने 100 मीटर दौड़, 200 मीटर दौड़, लंबी कूद, 100 मीटर बाधा दौड़, 4 गुणा 100 मीटर रिले दौड़, 4 गुणा 400 रिले दौड़ और 4 गुणा 100 मीटर मिक्स्ड रिले दौड़ में हासिल किए. वही 26 से 28 मई तक दिल्ली के जवाहरलाल स्टेडियम में आयोजित नेशनल प्रतियोगिताओं में भी उन्होंने 100 मीटर दौड़, 60 मीटर दौड़, लंबी कूद और चार गुणा 100 मीटर रिले दौड़ में गोल्ड मेडल जीते. रामकिशन में युवाओं से भी ज्यादा जज्बा भरा हुआ है, अब वह विदेशी धरती पर भी देश के लिए मेडल जीतने पर तिरंगा फहराने का संकल्प लेकर तैयारियों में जुट गए हैं.
83 वर्षीय चांद सिंह ने कायम किया राष्ट्रीय रिकॉर्ड
वही झज्जर के डीघल निवासी मास्टर चांद सिंह अहलावत ने संयुक्त खेल फाउंडेशन की तरफ से दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित आठवीं राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लिया. यहां उन्होंने 80 वर्ष आयु वर्ग की 3 स्पर्धाओं शॉटपुट, डिस्कस थ्रो और जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल हासिल करके हरियाणा का नाम रोशन किया. इतना ही नहीं, शॉटपुट में इन्होंने 10.45 M गोला फेंक कर राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बना दिया.
अंतरराष्ट्रीय ओपन चैंपियनशिप के लिए हुआ चयन
राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर उनका चयन अगस्त 2023 में दुबई में होने वाली अंतरराष्ट्रीय ओपन चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में भी हुआ है. मास्टर चांद सिंह अहलावत अपने 62 वर्षीय खेल के जीवन में करीब 4000 खिलाड़ी तैयार कर चुके हैं और वह अब तक 721 पदक जीतकर हरियाणा ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के श्रेष्ठ मास्टर वेटरन खिलाड़ी होने का भी गौरव प्राप्त कर चुके हैं.