Haryana News: हरियाणा के गरीब परिवारों के लिए आई बुरी खबर, आयुष्मान कार्ड से निजी अस्पतालों में 16 मार्च के बाद नहीं होगा इलाज
चंडीगढ़, Haryana News :- केंद्र सरकार के द्वारा गरीब परिवारों को 5,00,000 रुपए तक का मुफ्त इलाज देने के लिए आयुष्मान भारत योजना चलाई गई है. हरियाणा में यह योजना चिरायु के नाम से चलाई जा रही है. इस योजना के अंतर्गत राज्य के 38 लाख परिवारों को लाभ मिल रहा है. हाल ही में खबर मिली है कि इस योजना के तहत निजी अस्पतालों के लगभग 300 करोड रुपए का भुगतान सरकार के द्वारा अभी तक नहीं किया गया है. इस पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने 16 मार्च से आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों का इलाज करने से इनकार कर दिया है.
नहीं होगा आयुष्मान योजना के तहत इलाज
आयुष्मान योजना के अंतर्गत सरकारी पैनल में शामिल निजी अस्पतालों में मरीज अपना इलाज तो करवा रहे हैं, परंतु सरकार की तरफ से इन अस्पतालों को लंबे समय से भुगतान नहीं किया गया है. इससे निजी अस्पताल संचालकों की मुश्किलें बढ़ने लगी है.आई एम आई ने इस मुद्दे पर राज्य स्तरीय बैठक कर भुगतान के लिए सरकार को 15 मार्च तक का समय दिया है. यदि सरकार ने भुगतान नहीं किया तो 16 मार्च से सभी प्राइवेट हॉस्पिटल इस योजना के तहत इलाज करना बंद कर देंगे.
नए दाम लागू न होने से विरोध
सरकार के द्वारा भुगतान रोकने के साथ – साथ निजी स्थान में इलाज के नए मूल्य भी लागू नहीं किए हैं. आई एम ए का कहना है कि केंद्र सरकार ने योजना के तहत नए मूल्य लागू कर दिए हैं, परंतु हरियाणा सरकार ने अब तक यह नए मूल्य लागू नहीं किए हैं. इससे प्राइवेट हॉस्पिटल को बहुत नुकसान हो रहा है.
निजी अस्पतालों के 300 करोड़ अटके
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत हरियाणा के कुल 1290 अस्पतालों को पैनल पर रखा गया है. इसमें करीब 715 सरकारी तथा 575 निजी अस्पताल शामिल है. योजना के अंतर्गत कैंसर, हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों के साथ 1500 के करीब दूसरी बीमारियों का सालाना 5 लाख रुपए तक का इलाज किया जाता है. निजी अस्पताल इलाज के बाद मरीज के बिलों को सरकार के पास भेजते हैं तथा सरकार इनका भुगतान करती है. पिछले काफी समय से प्रदेश भर के निजी अस्पतालों के लगभग 300 करोड रुपए सरकार में अटके हुए हैं.