Haryana News: सीएम फ्लाइंग की छापेमारी से मचा हड़कंप, सरकारी के बजाये प्राइवेट लोग करते मिले काम
नारनौल, Haryana News :- पिछले काफी समय से जिले केे आम नागरिकों की शिकायतें आ रही थी कि वें जब भी पटवारघर में कोई कार्य करवाने के लिए जाते हैं तो वहां पर पटवारी ही नहीं मिलते. पटवारियों के गैरहाजिर रहने से नागरिकों के कार्य बीच में ही अटक जाते हैं. पटवारियों की गैर हाजिरी से आम नागरिकों को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही है. लोगों द्वारा की जा रही शिकायतों को मद्देनजर रखते हुए CM उड़नदस्ता टीम ने पटवारियों के कार्यालयों पर छापेमारी की, जिस दौरान बहुत सारे पटवारी कार्यालय में गैरहाजिर मिले.
CM उड़नदस्ता टीम ने मारे छापे
जिले में CM उड़नदस्ता Team ने करीब 10:00 से 12:00 के बीच जिले के कई पटवार कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया. जिसमें बहुत सारे कार्यालयों में पटवारी गैरहाजिर मिले, जबकि उनके स्थान पर Private नागरिक कार्य कर रहे थे. सबसे पहले उड़नदस्ता टीम ने मोहल्ला पुरानी सराय जमालपुर में छापा मारा जहां पर राजपाल पटवारी और राकेश पटवारी अपने कार्यालय में ही मौजूद मिले. जबकि उनका रिकॉर्ड मुटेशन दस्ती दरखास्ते चेक करने पर कोई मुटेशन लंबित नहीं पाई गई.
छापेमारी के दौरान कई पटवारी मिले गैर हाजिर
इसके अलावा छापेमारी के दौरान हाजीपुर निवासी पटवारी रामौतार कार्यालय में ही मौजूद मिला और उसकी कोई भी पिछली मुटेशन लंबित नहीं मिली. इसके बाद उड़नदस्ता टीम ने निजामपुर रोड पर शांति Hospital के सामने स्थित नीरज पटवारी के कार्यालय पर छापा मारा, मौक़े पर नीरज पटवारी कार्यालय में मौजूद नहीं था, बल्कि उसकी जगह एक Private व्यक्ति कार्य कर रहा था. रिकॉर्ड चेक करने पर पाया गया कि नीरज पटवारी के 18 मार्च तक के 35/40 इंतकाल Pending पड़े हुए थे.
कार्यालय के बाहर लगे मिले ताले
इसके बाद CM की उड़नदस्ता टीम ने बस स्टैंड नारनौल के सामने बने कॉन्प्लेक्स की पहली मंजिल पर अजय कुमार पटवारी व सुंदर सिंह पटवारी के कार्यालय पर छापा मारा. वहां पर भी मौके पर दोनों जगह ताले लगे हुए थे, जबकि कार्यालय के बाहर करीब 5-6 व्यक्ति काम करवाने के लिए पटवारी के इंतजार में खड़े हुए थे. इसके बाद नीतीश पटवारी के कार्यालय पर उड़नदस्ता टीम ने छापा मारा, छापे के दौरान वहां पर भी कार्यालय के बाहर ताला लगा हुआ था. कार्यालय के बाहर करीब 4-5 व्यक्ति कार्य करवाने के लिए खड़े हुए थे. जब उनसे पटवारी के बारे में कुछ पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया और कहा कि यदि वह पर कुछ बोलेंगे तो पटवारी उनका कार्य नहीं करेगा.