Haryana News: हरियाणा में गुलाबी ठण्ड ने दी दस्तक, गुलजार हुए रजाइयों के बाजार
झज्जर, Haryana News :- जैसा कि आपको पता है कि अब मौसम में धीरे-धीरे बदलाव देखने को मिल रहा है. जिस वजह से सुबह और शाम के समय अब लोगों को हल्की ठंड का अनुभव होने लगा है. ठंड शुरू होने के साथ ही बाजार में रुई में रजाई भरने वाली दुकाने भी सजना शुरू हो गई है. इन दिनों बाजार में दूसरे राज्यों से आकर रजाई भरने का काम करने वाले प्रवासी कारीगरों ने कमान संभाल रखी है. यदि हम शहर के मार्केट में निकल कर देखें, तो शहर के पुराना तहसील रोड स्थित धानक धर्मशाला, बेरी गेट, छारा चुंगी आदि स्थानों पर रजाई की दुकानें सज चुकी है.
ठंड शुरू होते ही बाजारों में सजने लगी है रजाई की दुकाने
बीकानेर चौक के पास भी धानक धर्मशाला के सामने रजाई की पिनॉई व भराई का कार्य करने वाले मोहम्मद कबीर ने जानकारी देते हुए बताया कि वह करीब एक पखवाड़े पहले ही बिहार के दरभंगा जिले से अपने साथी मोहम्मद सागर व मनसुख के साथ यहां पिनाई व भराई का कार्य करने के लिए आए हैं. वह प्रतिवर्ष शीतकाल के शुरू होते ही पिछले कई सालों से यहां आकर यह कार्य कर रहे हैं. जैसे-जैसे अब मौसम में बदलाव होगा, गुलाबी ठंड की वजह से लोग अपनी रजाइयों में पिनाई वह भराई का काम करवाना भी शुरू कर देंगे. इनके पास अब दिन भर में 5 से 7 रजाइयों के ग्राहक पहुंच रही है जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी इनका काम और भी बढ़ जाएगा.
एक ही जगह पर ग्राहकों को मिल रही है ये सारी सुविधाएं
दुकान संचालकों की तरफ से जानकारी दी गई की बिनाई व भराई के अलावा नई रजाई लेने के लिए भी ग्राहकों को किसी और दुकान पर जाने की आवश्यकता नहीं है. उन्हें यहां पर नई रुई, रजाइयों के कवर व उनके धागे डालने की सुविधा एक छत के नीचे ही मिल जाएगे. दुकानदारों के पास डेढ़ सौ रुपए से लेकर ₹250 तक की कीमत वाली तीन चार प्रकार की रूईया मौजूद है. जिनमें कपास देसी रुई, मलाई रुई व फाइबर रूही शामिल है. इसके अलावा तकिया कवर सो रुपए से ढाई सौ रुपए तक रजाई तैयार करने का खोल ढाई सौ रुपए से ₹500 तक, रजाई कवर ₹300 जोड़ा, पिनाई का काम 30 से ₹40 प्रति किलो के हिसाब से किया जा रहा है.