Haryana News: हरियाणा में हाई लेवल पर पंहुचा प्रदूषण, कारण जानने के लिए सरकार करवाएगी जाँच
चंडीगढ़, Haryana News :- समय के साथ-साथ प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रदूषण को Control करने के लिए हरियाणा सरकार अपनी तरफ से पूरे प्रयास कर रही है. सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के बावजूद भी प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा. आज भी हरियाणा के कई ऐसे जिले हैं जो Pollution की चपेट में आए हुए हैं. सरकार जानने का प्रयास कर रही है कि इतनी कोशिशो के बाद भी प्रदूषण कम क्यों नहीं हो रहा. इसी के चलते सरकार ने Pollution से प्रभावित शहरों का बारीकी से अध्ययन करने की योजना बनाई है.
प्रदूषण बढ़ने के कारणों का किया जाएगा पता
प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सरकार प्रत्येक वर्ष पराली जलाने पर प्रतिबंध लगा रही है. सरकार के प्रयासों से पराली जलने की घटनाएं तो कम हो गई है लेकिन Pollution स्तर घटने का नाम नहीं ले रहा. अब प्रदूषण का वैज्ञानिक अध्ययन किया जाएगा और इसके बढ़ने के कारणों का पता लगाकर उनको दूर करने का कार्य किया जाएगा. प्रदूषण के वैज्ञानिक अध्ययन के बाद फरीदाबाद की रिपोर्ट तैयार की जा रही है. वहीं August 2024 तक पानीपत, सोनीपत और गुरुग्राम जिले में भी प्रदूषण के अध्ययन को मंजूरी दे दी है.
प्रदूषण बढ़ाने के मुख्य कारण
पर्यावरण विशेषज्ञ और PGI के स्कूल आफ पब्लिक हेल्थ के प्रोफेसर रविंद्रा खैवाल नें जानकारी देते हुए बताया कि केवल पराली जलने से ही प्रदूषण नहीं होता बल्कि प्रदूषण के पीछे वाहनों का धुंआ, कूड़ा- कचरा जलाना, रेस्टोरेंट में प्रयोग होने वाले तंदूर, टायर घिसने से उड़ने वाली धूल भी प्रदूषण फैलाने में अहम भूमिका निभाते है. इसके अलावा प्रदूषण सबसे अधिक वाहनो ओर उद्योगों से निकलने वाला धुंए और कूड़ा-कचरा व पराली जलाने से होता है.
प्रदूषण स्तर की होगी पहचान
हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष राघवेंद्र राघव ने जानकारी देते हुए बताया कि अबकी बार राज्य में पराली बहुत कम जलाई गई है फिर भी प्रदूषण बढ़ रहा है. यह वैज्ञानिक अध्ययन वाहन और गैर- वाहन Pollution स्रोतों और जमीनी स्तर की सांद्रता की पहचान करनें का कार्य करेगा. इससे हमें यह भी पता चलेगा कि किस समय प्रदूषण में वृद्धि होती है.